जुबां को तलवार कर दिया…
प्रदीपमणि तिवारी ध्रुव भोपाली भोपाल(मध्यप्रदेश) **************************************************************************** पहले तो खुद के इश्क में बीमार कर दिया। अपनी जुबां को बाद में तलवार कर दिया। ऐसी लगाई लत कि तलबगार हो गये, फिर बोल कड़वे दिल को छार-छार कर दिया। ये दोस्ती भी रब की इनायत समझ लें हम, करते हैं छल-फ़रेब अब व्यापार कर दिया। मानिन्द अपने … Read more