सितारे टूटते तो जरूर हैं

प्रिया सिंह लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ***************************************************************************** शब्द मेरे…बेइन्तहा चुभते तो जरूर हैं, अपने भी यकीनन…झुकते तो जरूर हैंl जल-जल कर खाक बच जाती है उनकी, शोले भी कभी-कभी बुझते तो जरूर हैंl चलते हैं यकीनन बेबाक होकर राहों पर, गलत कदम भी उनके रूकते तो जरूर हैंl कीचड़ उछालते हैं बेशक अपने ही मुझ पर, दल-दल भी … Read more