हर विधा में परिपूर्ण है ‘काव्यांजलि’

आरती सिंह ‘प्रियदर्शिनी’ गोरखपुर(उत्तरप्रदेश) ***************************************************************************************** पुस्तक समीक्षा……………….. वर्तमान अंकुर प्रकाशन के अंतर्गत साझा काव्य संग्रह की श्रृंखला में ‘काव्यांजलि’ हर प्रकार की विधाओं से परिपूर्ण एक खूबसूरत संग्रह है। इस संग्रह का संपादन निर्मेश त्यागी ने किया है। १२ कवियों की रचनाओं से परिपूर्ण यह काव्य संग्रह पाठकों को आकर्षित करता है। हरियाणा के देशपाल … Read more

पेड़ बचाना धर्म हमारा

अमिताभ प्रियदर्शी रांची (झारखंड) ***************************************************************** लें संकल्प सभी यह प्यारा, पेड़ लगााना धर्म हमारा। सींंच हमेशा नेह नीर से, उसे बचाना कर्म हमारा। होंगे पेड़,धरा तब होगी, तभी यहाँ फसल उपजेगी। चारों ओर होगी हरियाली, और सर-सर हवा चलेगी। स्वच्छ वायु में साँस हम लेंगे। हर्षित हो कर सभी कहेंगे, पेड़ लगाना धर्म हमारा, उसे … Read more