कवि हूँ

डोमन निषाद बेमेतरा(छत्तीसगढ़) ************************************************************* कभी हँसता हूंँ, कभी रूलाता हूँ जो गम आता है, सब भुला जाता हूँ। वही गुनगुनाता हूँ, फिर भी क्या करूँ दर्द में हँसी है, यही बात बताता हूँ। भाई साहब! मैं कवि हूँ…॥ अपने विचारों को, व्यक्त करता हूँ दु:ख हो या सुख हो, विधा में प्रस्तुत करता हूँ। बस … Read more