राधा हिय में बसे मोहन

रश्मि लता मिश्राबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************** काव्य संग्रह हम और तुम से राधा हिय में बसे मोहन,मोहन मन बीच राधा हैंएक-दूसरे के बिना तो-दोनों ही केवल आधा हैं। उपजा सूर के मन प्रेम तो,‘सूरसागर’ ग्रंथ रच डालाप्रेम की देखो महिमा न्यारी-अंधे नयन में है उजाला। प्रेम की राह कँटीली बड़ी,चल ना सके हर कोई रेसूली सेज संकीर्ण … Read more

वह प्रताप था,अडिग रहा

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. एक-एक करके झुक गए थे, सब जिसके दरबार में। नाकों चने चबवाए लेकिन, मुगलों को प्रताप ने। बदल रहा इतिहास तभी तो पाठ्यक्रम में आज है। महानता का अकबर के सर नहीं, प्रताप के सर रखो ताज है। हल्दी घाटी के आँगन में, … Read more

कैसी मजबूरी

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** सामाजिक सम्बन्ध और दूरी स्पर्धा विशेष……….. सामाजिक संबंध और दूरी, समझें क्या इसे मजबूरी। सामाजिक प्राणी कहलाते, मानवता नाता बनाते। छोड़ क्यों इक पल में जाते, हो जाता क्यों ये जरूरी। सामाजिक संबंध और दूरी, समझें क्या इसे मजबूरी॥ बेशक जिम्मेवारी निभाएं, अपनों को पर ना भुलाएं। अपनों के भी … Read more

शारदे विनय

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** करते हैं शारदे तुमको नमन, आ गए हैं तेरे दर पे रे हम। तुम्हारी इबादत है जीवन हमारा, कलम मेरी देखे रस्ता तुम्हारा… जो चाहती माँ करें वो सृजन। शब्दों के मोती हैं हृदय में जितने, जादू के खेले शब्दों के उतने… भाव सुमन से है रचना में दम। … Read more

विजयश्री ही नहीं,समझदारी भी दिखानी

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** इटली,स्पेन,अमेरिका जैसी विदेशी ताकतों पर प्रकृति की मार ‘कोरोना’ महामारी के माध्यम से देखते हुए हमें यह सतर्कता जरूरी थी,जो पहले सरकारी फरमान द्वारा लागू की गई थी। २१ दिन की ‘तालाबंदी’ हमने सफलतापूर्वक बिता ली है,और अब यदि हम आगे की भी सफलतापूर्वक तय कर लेते हैं तो … Read more

पंछी कलरव में संगीत

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** झरनों में संगीत बहे, नदियों में है गीत बहे। फूलों से झांके सरगम, हर पत्ता एक ग़ज़ल कहे। पंछी कलरव में संगीत, अश्रु धारा में बहे गीत। रिमझिम बूंदें गिरती हैं, मेघ बरसाए फिर प्रीत। सात सुर में सजते गीत, छेड़ दो मधुर संगीत। आई सुखद मिलन बेला, विरहन … Read more

दोनों एक हैं

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. सूर्य को तरसे चंद्र को तरसे, कौन ? प्रकृति और मानव। रहना चाहे प्रदूषण से बचके, कौन ? प्रकृति और मानव। प्रकृति है जीवन की आधार, मानव से उपजा यह संसार। जीवन में है दोनों शुमार, कौन ? प्रकृति और मानव। प्रकृति पोषित करती … Read more

करें शहीदों को नमन

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव, भारत की स्वतंत्रता के देव। देश की खातिर जिए सदा ही, रहे सेवा में तत्पर सदैव॥ थे वीर मस्ताने अलबेले, वार दुश्मन के सीने झेले। अजब थी उनकी दीवानगी, आजादी हेतु जान पर खेले॥ आज करें शहीदों को नमन, याद करके आँखें हुई नम। प्यारा जिनको बस … Read more

चैन,करार गया रे अपना

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** ऋतु आई वासन्ती देखो, मदमाती अलबेली हो। रंग भरी पिचकारी लेकर, लगती बड़ी रसीली हो॥ नैन कटार मीठे हैं बोल, छीन लिए दिल अनमोल। चैन,करार गया रे अपना, नैन निसदिन देखें सपना। आओ अंगन,हवेली हो, बनो काहे पहेली हो। रंग भरी पिचकारी लेकर, लगती बड़ी रसीली हो॥ साजों में … Read more

‘कोरोना’ आया

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** ‘कोरोना’ आया,कोरोना आया, चारों ओर देख हड़कम्प मचाया। चीन से न संभला,भारत भिजवाया, स्वास्थ विभाग को बड़ा झटका दिलाया। एयरपोर्ट पर मेला-सा भर आया, सभी को सजग कर काम पर लगाया। एन पिन्च्यान्वे का मास्क लगवाकर, जनता को शहर मध्य घुमाया। वायरस लाइलाज,दवा की तलाश, आज नहीं तो कल … Read more