प्यारी बिटिया

रेणू अग्रवालहैदराबाद(तेलंगाना)************************************ बिटिया रानी बड़ी सयानी,सबको याद दिलाती नानी।पल में रूठे पल में माने,सुने बड़े प्रेम से कहानी। घर-भर में ऊधम मचाए,खिलखिलाकर हँसे-गाए।घर में घर-घर खेलती,रोती-रोती गुड्डी बिदा कराए। बिन बिटिया आँगन सूना,रोते हाथी खेल-खिलौना।भैया भी उदास भयो है,अब किसको छेड़े किसका रोना। आँगन की तुलसी-सी बिटिया,मोगरे की कली-सी बिटिया।फ़ूल गुलाब का घर में खिलता,गेंदे … Read more