क्या कह दूँ…
सत्येन्द्र प्रसाद साह’सत्येन्द्र बिहारी’ चंदौली(उत्तर प्रदेश) ***************************************************************************** तेरे हुस्न की इबादत में आज क्या कह दूँ, चौदहवीं के चाँद को भी तेरा नूर कह दूँ। लफ़्ज लड़खड़ाते हैं मेरे तेरे हुस्न की चर्चा में, तेरी लहराती जुल्फों को, मैं चनाब कह दूँ॥ तेरे सुर्ख होंठों की पंखुड़ियों को गुलाब कह दूँ, तेरे नील-नीले नैनों को … Read more