मासूमों की दर्द भरी चीत्कार
सौदामिनी खरे दामिनी रायसेन(मध्यप्रदेश) ****************************************************** आत्मा से आत्मा की आवाज सुनाना चाहती हूँ, गुजरते हुए वक्त की दस्तक सुनाना चाहती हूँ। जो नन्हीं मासूमों की चीखों को सुन सहमे नहीं, उन मासूमों की दर्द भरी चीत्कार,सुनाना चाहती हूँ। मर गयी है उनकी आत्मा जो रिश्तों का खून कर, वहशी दरिन्दे हैं उनकी हैवानियत का हाहाकार सुनाना … Read more