महादेवी…आत्मा की पुकार
सोनम कुमारीमधुपुर (झारखंड)************************************** कितनी गहराई है तेरीअनदेखे एहसासों की,कितनी बातें यूँ सरलता सेबयां कर देती चित्रकथा।मनुष्य से लेकर ‘गिल्लू’ तककायल हैं तेरे असीम स्नेह के,बरबस आत्मीयता का प्रस्फुटनहो जाता है तुम्हें गुनकर।कुदरत का नायाब करिश्माजो आज भी जीवंत है हममें,दुःख की ही सिर्फ छाया नहीं हैजीवन का चलचित्र है उसमें।दुःख की बदरी छाई हो परसुख … Read more