सावधान
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’इन्दौर(मध्यप्रदेश)***************************************************** बहुत कुछ है जो खल रहा है,दंश मन में कैसा पल रहा है। मौत हाथ पसारे बाज़ार खड़ी,आदमी बेखौफ चल रहा है। जोर नहीं चल पा…
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’इन्दौर(मध्यप्रदेश)***************************************************** बहुत कुछ है जो खल रहा है,दंश मन में कैसा पल रहा है। मौत हाथ पसारे बाज़ार खड़ी,आदमी बेखौफ चल रहा है। जोर नहीं चल पा…
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’इन्दौर(मध्यप्रदेश)*************************************************************** स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. देश पर अपने तुझे अभिमान होना चाहिए,देश से जो पाया उसका भी तो मान होना चाहिए। जननी यही है,कर्मभूमि भी यही है…
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’इन्दौर(मध्यप्रदेश)*************************************************************** इधर-उधर की बात ना करना,बेगाने शहर में रात ना करना…हिन्दी और हिन्दुस्तानी हैं हम,बेवजह जात-पात ना करना। छल-कपट-मिथ्या से दूरी भली,अपनों के संग घात ना करना…दीन-हीन…
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’इन्दौर(मध्यप्रदेश)*************************************************************** रिम-झिम रिम-झिम होने लगी पानी की बौछार,हरियाली चुनर ओढ़ प्रकृति करने लगी श्रृंगार। ठंडी हवाओं ने किया मौसम को सुहाना,तपिश कम हुई सूरज की और कम…
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’इन्दौर(मध्यप्रदेश)*************************************************************** सबके पथ प्रदर्शक बनें,जीवन ना निरर्थक बने। आँखों से बहे ना अश्रु धारा,कर्म हमारा सार्थक बने। अनर्गल करे ना वार्तालाप,सारा जहां समर्थक बने। झूठ-कपट ना मन…
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’इन्दौर(मध्यप्रदेश)*************************************************************** जिंदगी को बड़े अच्छे से जीया जाए,अपने लिए रोज कुछ नया किया जाए। नकारात्मक विचार छोड़कर सारे, सकारात्मक कदम अपने लिए लिया जाए। सुख-दुःख तो आते…
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** नमन प्रभु स्वीकार करो, सबका तुम उद्धार करो। खंड-खंड हुई ये प्रतिमा, इसका जीर्णोद्धार करो। तुम ही हो त्रिलोक स्वामी, सबका प्रभु कल्याण करो।…
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** मत इतरा इस काया पर, यह तो रूप बदलती माया है। सोच जरा अरे तू मानव, क्या तूने नहीं जग में पाया है। सिर…
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** खुद से खुद ही डरने लगा हूँ, दुनिया से बचकर चलने लगा हूँ। चाहत में उनकी बदलने लगा हूँ, थोड़ा-सा मैं भी समझने लगा…
विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** सकल विश्व में मचा है रोना, हाय 'कोरोना'...हाय कोरोना। सब लोग इस कोरोना से बचो ना, साबुन से हाथ अपने धोओ ना। 'हाथ' मिलाना…