काश! मैं भी परिंदा होता…

विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** मैं भी काश परिंदा होता, उन्मुक्त गगन में उड़ता रहता। मैं भी काश... पंख फैलाए अपने दोनों, आसमां को बाँहों में भरता। मैं भी…

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करवा चौथ का व्रत निभाएगी

विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** सात जन्मों के सात वचन हर सुहागन निभाएगी, साजन जी का चेहरा देखकर व्रत का प्रण निभाएंगी। पूजा की थाल सजाकर करवा पूजन की…

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मेरी कल्पना…

विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** महक हो ऐसी, सागर में लहरें हो जैसी। सादगी हो ऐसी, दिल में उमंगें हो जैसी। सूरत हो ऐसी, फूलों में कोमलता हो जैसी।…

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मेरे लिए जीना है तुझे

विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** काँटों में रहकर गुलाब की तरह मुस्कुराना है तुझे..., आसमां में रहकर सूरज की तरह चमचमाना है तुझे...l सुरों में रहकर सरगम की तरह…

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कोई साथ नहीं देता है

विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** मुसीबत में कोई किसी का साथ नहीं देता है, हालात होते हैं जब खराब,कोई मदद का हाथ नहीं देता है। खुशी बांटने हर कोई…

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आएं गजानंद

विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** सुख करता दुःख हर्ता आएं गजानंद, मंगलमूर्ति मंगल कर्ता आएं गजानंद। लम्बोदर,एकदंत,विघ्नहर्ता आएं गजानंद, मूषक सवार होकर रिद्धि-सिद्धि साथ लेकर आएं गजानंद। खुशियां अपार…

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क्या से क्या हो गए लोग..

विनोद सोनगीर ‘कवि विनोद’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** बड़े मतलबी और मगरुर हो गए हैं लोग, दौलत के नशे में चूर हो गए हैं लोग। साथ मनाते थे जो हर तीज और…

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काश!ऐसा होता

विनोद सोनगीर 'कवि विनोद' इन्दौर(मध्यप्रदेश) *************************************************************** गमों से चूर दिल के लिए, कहीं से थोड़ी खुशी भी मांग लाता। मुरझाए फूलों से जिंदगी के लिए, कहीं से थोड़ी खुशबू भी…

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