देव समर्पण
सोनिया शर्मा ‘सूर्यप्रभा’दिल्ली******************************************* काव्य संग्रह हम और तुम से प्रेम का महोत्सवजब वह रच रही होती है,उसमें तन कहीं नहीं होताबस होता है ऊर्जावान मन,और एक प्रखर ज्योतिजो प्रज्वलित होती हैतो अंतस के अंधकार का पलायन हो जाता है।सेज शैया धूमिल हो जाती है,और उजास अंर्तमन समर्पित हो जाता हैअपने देवता के लिए…स्वयं को समा … Read more