प्रेम पगे प्रश्न

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** नैन कटारी मार मुझे घायल कर जाती हो बोलो। रातों में सपनों में आकर चैन चुराती हो बोलो। तेरी यादों की झंकारों में धड़कन भी गैर हुई- पल-पल-पल तड़पाकर मुझको क्या तुम पाती हो बोलो ? नैनों को हथियार बनाना तूने मुझे सिखाया है। चैन चुराना सिखलाकर तूने ही चोर … Read more