सर्वदा साथ मिलकर रहें
अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ********************************** कयामत की देवी कयामत न ढहाओ,कयामत से दुनिया बिखर जाएगीकयामत खिलाफत बगावत अदावत,करोगे तो दुनिया ये मर जाएगी।चलो साथ मिलकर ये दुनिया बचायें,बचायें प्रकृति और…
अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ********************************** कयामत की देवी कयामत न ढहाओ,कयामत से दुनिया बिखर जाएगीकयामत खिलाफत बगावत अदावत,करोगे तो दुनिया ये मर जाएगी।चलो साथ मिलकर ये दुनिया बचायें,बचायें प्रकृति और…
अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय **************************************** उम्मीदों के भँवर जाल में फँसकर मानव,सपनों के अगणित तानों को तुड़प रहा है। चंचल इन्द्रिय पर संयम के अंकुश डाले,हृदि सरगम में प्रिय गानों…
अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय *************************************************************** गुरु महिमा सबसे बड़ी,गुरु से बड़ा न कोयगुरु बिनु ज्ञान मिले नहीं,सो गुरु पूजन होय। जिनको सच्चा गुरु मिले,मिले ज्ञान की खान,गुरु अरु माता एक…
अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय *************************************************************** वैश्विक संस्कृतियों के घालमेल ने उपभोक्तावाद के चंगुल में मानवतावाद को तड़पने के लिए सौंप दिया है। अवसरवाद को कौशल के रूप में परिभाषित किया…
अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय *************************************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. गुरु से शिक्षा गुरु से दीक्षा,गुरु सब धन की खान रे,गुरु जैसा नहिं दूजा कोई,बात हमारी मान रे।गुरु के चरणों में जन्नत…
अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय *************************************************************** संत कबीर की उक्ति दु:ख में सुमिरन सब करै..." आज भी प्रयोजन युक्त है। दुखिया है कौन! कबीर बाबा बताते हैं कि,…दुखिया दास कबीर है…।अर्थात्…
अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** रक्षाबंधन पर्व विशेष……….. गुड्डा-गुड्डी हैं तैयार,हँसते-गाते करते प्यार। पहने नये-नये पोशाक,खूब जमाते दोनों धाक। रोली चंदन अगर कपूर,मीठे लड्डू मोतीचूर। राखी बाँधी गुड्डी आज,गुड्डा का…
अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** हिंदी ने सबको अपनाकर हिंदुस्तान बनाया है,भारत की हर भाषा के सँग मिलकर साथ निभाया।अंग्रेजी ने किन्तु खींच दी बँटवारे की कटु रेखा-काले अंग्रेजों ने…
अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** हिंदी ने सब कुछ सिखलाया,हिंदी का गुणगान करें, जिसने जना चंद जगनिक कवि,उसका हम सम्मान करें। खुसरो की 'कह मुकरी' जिसकी गोदी में मुस्काती हो-…
अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** सभी के दिल में हो हिन्दी यही हर दिल की आशा हो, इसी से देश की गरिमा सभी का दिल पियासा हो। चलो हम एक…