हर संघर्ष से पहले एक संघर्ष

रणदीप याज्ञिक ‘रण’  उरई(उत्तरप्रदेश) ******************************************************************** जब दिखता विशाल कोहरा नदी के उस पार, तब लकड़ी,गठ्ठे पर चलानी पड़ती आरी की धार… तब जाकर मेहनत पसीने से बनती नौका विशालl जब वह निर्मित नौका उतरती नदी की धार तब-तब चलानी पड़ती चप्पू पतवार हर बार, जैसे-जैसे नौका नदी की धार चीरती जाती है तब उस विशाल … Read more