दिल्ली।
मुंशी प्रेमचंद की जयंती के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष दिए जाने वाला ‘अंतरराष्ट्रीय प्रेमचंद सम्मान’ इस वर्ष विख्यात गीतकार संतोष आनंद, प्रख्यात शायर हसन काजमी, चर्चित गीतकारा डॉ. कीर्ति काले और ग़ज़लकार रामअवतार बैरवा को दिया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. कैलाश सत्यार्थी रहे।
इस सम्मान की घोषणा भारतीय नॉर्वे सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम के अध्यक्ष डॉ. सुरेशचन्द्र शुक्ल ‘शरद आलोक’ और पूर्व कुलपति
डॉ. निर्मला एस. मौर्य ने डिजिटल मंच पर आयोजित समारोह में की। कैलाश सत्यार्थी ने लेखकों से प्रेमचंद की तरह समाज की समस्याओं के समाधान और नेतृत्व में योगदान देने का आह्वान किया।
इस अवसर पर शिक्षाविद् और लेखक प्रो. शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने प्रेमचंद के साहित्य को कालजयी बताया।
कार्यक्रम में हुए कवि सम्मेलन में कई ख्यातिनाम कवियों ने काव्य पाठ किया। उप-कुलपति प्रो. किरण हजारिका ने सम्मानित रचनाकारों को बधाई दी। प्रो. योजना रावत ने धन्यवाद व्यक्त किया।