करनाल (हरियाणा)।
सांझा साहित्य मंच की बैठक सेक्टर-१२ स्थित कार्यालय में हुई, जिसकी अध्यक्षता सरदार अंग्रेजसिंह ने की। मुख्य अतिथि वसीम झिंझवानी और विशिष्ट दलीप खरैरा रहे। इसमें कवियों ने सामाजिक मुद्दों, प्रेम, अध्यात्म और मानवीय संवेदनाओं पर आधारित बढ़िया रचनाएं प्रस्तुत कीं।
इस गोष्ठी में अंग्रेज सिंह ने कहा कि जब तक इंसान के दुख-दर्द को नहीं लिखा जाता, तब तक रचना पूरी नहीं होती। कृष्ण कुमार निर्माण ने व्यंग्यात्मक अंदाज में कहा, नफरत की लाचारी से, यो प्यार बी गद्दारी से। मनोज मधुभाषी, लाभसिंह आर्य, वसीम झिंझवानी, श्री खरैरा, वरिष्ठ शायर हरबंस पथिक, जय भारद्वाज एवं युवा शायर विनोद वत्स ने भी रचनाओं से अपनी बात रखी।
कार्यक्रम में रोशनलाल गुप्ता, ओमप्रकाश सिहमार, अशोक अरोड़ा और वरुण गुलाटी सहित कई साहित्य प्रेमी मौजूद रहे।
संचालन कृष्ण कुमार निर्माण ने किया।