सरोजिनी चौधरी
जबलपुर (मध्यप्रदेश)
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छठ पूजा विशेष…
हे भानु सकल सुख के दाता,
रवि रथ सवार तुम आते हो
ओज कांति और ज्योति देकर,
अँधियारा सब हर लेते हो।
प्रातः का जब समय है होता,
आलोकित सभी दिशा होती
दिनचर्या का प्रारंभ काल,
प्रमुदित यह सृष्टि सकल होती।
चाहे मानव हो जीव-जन्तु,
पादप हों या हों खेत हरे
हे दिनकर तव ऊर्जा लेकर,
विकसित होते नव शक्ति भरे।
मत रूकना तुम, चलते रहना,
संदेश सभी को देते हो
सारी पृथ्वी आलोकित कर
सबको तुम हर्षित करते हो।
जन-जन के मन सूर्यदेव बस,
एक विस्तार है तुम्हारा
ज्ञान-बुद्धि सब देने वाले,
रविवार दिवस तुमको प्यारा।
है आज छठ का महापर्व,
वंदन करती आलोक निधे।
दे अर्घ्य सांध्य और कल प्रातः,
अभिनंदन शत-शत कृपा निधे॥