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नए संकल्प बताकर प्रथम विजेता बनीं डॉ. कुमारी कुंदन व डॉ. मीना श्रीवास्तव

इंदौर (मप्र)।

देश-विदेश में मातृभाषा हिन्दी को और सतत लोकप्रिय बनाने के अभियान में हिन्दीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा स्पर्धा कराने की अनवरत श्रृंखला जारी है। इसी निमित्त ‘नया सवेरा, नयी आशाएँ, नए संकल्प’ विषय पर ९२ वीं प्रतियोगिता में पद्य में प्रथम विजेता डॉ. कुमारी कुंदन एवं गद्य में डॉ. मीना श्रीवास्तव हैं।
यह परिणाम जारी करते हुए मंच-परिवार की सह-सम्पादक श्रीमती अर्चना जैन और संस्थापक-सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’ ने सभी को बधाई दी है। श्रीमती जैन ने बताया कि, प्राप्त रचनाओं में से श्रेष्ठता अनुरुप निर्णायक मंडल ने पद्य में ‘फिर नववर्ष मनाया जाएगा’ पर डॉ. कुंदन (पटना, बिहार) को पहला स्थान दिया है। इसी क्रम में ‘हे नव सूर्य’ रचना के लिए संजीव एस. आहिरे (नासिक, महाराष्ट्र) को द्वितीय विजेता चयनित किया है।
श्रीमती जैन ने बताया कि स्पर्धा में डॉ. श्रावनी चक्रवर्ती (महेन्द्रगढ़, छ्ग की रचना ‘जाते-जाते ये वर्ष’ तृतीय स्थान सुरक्षित करने में सफल हुई है। मंच संयोजक प्रो.डॉ. सोनाली सिंह, मार्गदर्शक डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’, विशिष्ट सहयोगी एच.एस. चाहिल व प्रचार प्रमुख श्रीमती ममता तिवारी ‘ममता’ (छग) ने सभी विजेताओं एवं सहभागियों को हार्दिक बधाई दी है। श्रीमती जैन ने बताया कि, हिंदी साहित्य अकादमी (मप्र) से अभा नारद मुनि पुरस्कार-सम्मान एवं १ राष्ट्रीय कीर्तिमान प्राप्त १.५४ करोड़ ५५ हजार दर्शकों-पाठकों के अपार स्नेह और १० सम्मान पाने वाले इस मंच द्वारा आयोजित उक्त स्पर्धा में गद्य वर्ग में प्रथम स्थान ‘ये कौन आया आज सवेरे-सवेरे’ आलेख पर डॉ. श्रीवास्तव (मुम्बई, महाराष्ट्र) को मिला है। इसी तरह ‘नववर्ष है रचनात्मक तस्वीर के रेखांकन का’ के लिए द्वितीय ललित गर्ग (दिल्ली) व ‘सहस्त्राब्दी का कच्चा-चिट्ठा और रजत जयंती’ पर तीसरा विजेता डॉ. मुकेश ‘असीमित’ (गंगापुर सिटी, राजस्थान) को चुना गया है।