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‘सिद्धिदात्री’ नित हरो पीड़ा

अजय जैन ‘विकल्प’
इंदौर(मध्यप्रदेश)
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‘सिद्धिदात्री’,
शक्ति देना
तेरे चरण सिद्धियाँ,
तू सर्वसम्पन्ना
करुणामयी।

‘सिद्धिदात्री’,
अंतिम रूप
नवरात्रि में विराजी,
मांगें वरदान
कष्ट।

‘सिद्धिदात्री’,
सदा पधारो
नित हरो पीड़ा,
कष्ट अनेक
विराजो।

‘सिद्धिदात्री’,
बनो सहारा
माँ करो उजियारा,
सच्ची साधना
आशा।

‘सिद्धिदात्री’,
सशक्त बनाती
नैया पार लगाओ।
संकट हरना,
स्नेह॥