कुल पृष्ठ दर्शन : 290

You are currently viewing कुछ होते हैं…

कुछ होते हैं…

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’
इन्दौर(मध्यप्रदेश)
************************************

कुछ होते हैं बेवजह अड़े हुए,
छोटी-सी बातों में बिखरे हुए
कुछ होते हुए,बेवजह ईर्ष्यालु,
कुछ हो जाते हैं कुंठाग्रस्त।

कुछ होते हैं,
नफरतों को पालने वाले
कुछ होते है अपनों में पराये से,
कुछ होते हैं बेहद करीब
हृदय में बस जाने वाले,
कुछ होते है,बेवजह खुश
सबको खुशियाँ बिखेरने वाले।

कुछ होते हैं बेपरवाह
अल्हड जिंदगी को जीने वाले
कुछ होते हैं अपने में सिमटे अटपटे से,
दूसरों के नुक्स निकालने वाले।
कुछ होते हैं दम्भ में दबे हुए,
दूसरों को परिभाषित करने वाले॥
कुछ होते हैं…

परिचय-डॉ. वंदना मिश्र का वर्तमान और स्थाई निवास मध्यप्रदेश के साहित्यिक जिले इन्दौर में है। उपनाम ‘मोहिनी’ से लेखन में सक्रिय डॉ. मिश्र की जन्म तारीख ४ अक्टूबर १९७२ और जन्म स्थान-भोपाल है। हिंदी का भाषा ज्ञान रखने वाली डॉ. मिश्र ने एम.ए. (हिन्दी),एम.फिल.(हिन्दी)व एम.एड.सहित पी-एच.डी. की शिक्षा ली है। आपका कार्य क्षेत्र-शिक्षण(नौकरी)है। लेखन विधा-कविता, लघुकथा और लेख है। आपकी रचनाओं का प्रकाशन कुछ पत्रिकाओं ओर समाचार पत्र में हुआ है। इनको ‘श्रेष्ठ शिक्षक’ सम्मान मिला है। आप ब्लॉग पर भी लिखती हैं। लेखनी का उद्देश्य-समाज की वर्तमान पृष्ठभूमि पर लिखना और समझना है। अम्रता प्रीतम को पसंदीदा हिन्दी लेखक मानने वाली ‘मोहिनी’ के प्रेरणापुंज-कृष्ण हैं। आपकी विशेषज्ञता-दूसरों को मदद करना है। देश और हिंदी भाषा के प्रति आपके विचार-“हिन्दी की पताका पूरे विश्व में लहराए।” डॉ. मिश्र का जीवन लक्ष्य-अच्छी पुस्तकें लिखना है।

Leave a Reply