तूलिका के रंग

डॉ. सुनीता श्रीवास्तवइंदौर (मध्यप्रदेश) *************************************** होली का त्यौहार नजदीक था, राशि सोच रही थी इस बार होली पर क्या किया जाए ?घर में पारिवारिक बीमारी के कारण वैसे ही तंगी…

0 Comments

निरुत्तर

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* "अरे! शुक्ला जी आप ? कैसे हैं आप ? आप तो 'ईद का चाँद' हो गए हैं। रिटायर क्या हुए, आपके तो दर्शन ही दुर्लभ…

0 Comments

दादा-पोते का प्यार

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** मनाली जाकर हनीमून मनाने के बाद घर आकर रेनू बहुत खुश थी, पर अभी मेहंदी के रंग के कुछ महीने ही हुए थे कि, एक तरफ सासू…

0 Comments

काश्वी

ज्योति नरेन्द्र शास्त्रीअलवर (राजस्थान)************************************************* आज राम अपना सब-कुछ गंवा चुका था। ऑफिस, खेत यहाँ तक कि, घर तक को भी बेचने की नौबत आ चुकी थी। अपने हाथों को माथे…

0 Comments

हमारी बेटी…सुंदरी

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** गोरा चट्टा, छरहरा बदन, टमाटर जैसे गाल, पतली- पतली टांगे, फूंक मारो तो हवा में उड़ जाए। इतराती- इठलाती छोटे-से चेहरे की मासूमियत देख एक स्पर्श से…

0 Comments

सच्चा मित्र

प्रो. लक्ष्मी यादवमुम्बई (महाराष्ट्र)**************************************** राघव अपनी कक्षा का एक होनहार विद्यार्थी था, सभी शिक्षक उसकी तारीफ़ करते न थकते। सभी कार्यों में निपुण था, लेकिन कहते हैं न कि, ईश्वर…

0 Comments

दाग

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************ बैग में रखा मोबाइल जोर-जोर से बज रहा था…वनिता का ध्यान उस ओर गया, उसका छोटा-सा एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें उसके चेहरे पर चोट लगने…

0 Comments

होली आई, खुशियाँ लाई

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** चिड़ियों का कलरव शुरू ही हुआ था, निशा लुप्त होने की कगार पर खड़ी थी। कुछ देर बाद सूरज भी अपना पैर पसार ही लेता। जीवन संगीत…

0 Comments

बिखरे मोती

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** बनी-बनाई चीजों को तोड़ना और फिर जोड़ के देखना, छोटे भाई के खिलौने को लेकर दूर भाग जाना, कभी स्विच बोर्ड पर हाथ फेरना, तो कभी गैस…

0 Comments

पश्चाताप

प्रो. लक्ष्मी यादवमुम्बई (महाराष्ट्र)**************************************** वेदिका अपने परिवार के साथ बहुत खुश थी। उसके परिवार में १ बेटा और १ बेटी थी। पति अनुज बिज़नेसमैन थे, तो वेदिक़ा भी सरकारी बैंक…

0 Comments