डॉ.अशोक
पटना(बिहार)
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पेड़ धरती का,
अद्भुत श्रृंगार हैं
इन्हें बचाएं और लगाएं भी,
बड़ी शिद्दत से,
हम सब यहां
यह हमारा,
प्राकृतिक संस्कार है।
हरियाली का स्वर,
प्राकृतिक सौंदर्य
चेतन स्वरूप,
हरियाली और धूप
अमूल्य स्वरूप-सा,
इसका यह रंग है
जन्नत अहसास,
रूप में सुन्दर प्रकाश
जीवन्त उपहार,
घर-घर का हितकार
बेहतरीन शोभा है,
उन्नत प्रसंग है।
जलवा गज़ब,
सहजता अजब
नवीनतम कथाएं,
घर-घर उगकर
दिखलाता उमंग है,
प्राकृतिक सौंदर्य संग
दिखता सदैव,
अद्भुत अपूर्व नवरंग है।
पेड़ मानवता की शान है,
सबको अभिमान है
सुन्दर सफ़र में,
संजोए रखता है
उत्कृष्ट स्थान है,
जल जीवन संग
मनोहारी हरियाली पर,
खूब लगता हमें गुमान है
संसार में जन-जन की,
समुचित सुरक्षा की
मजबूती और समृद्धि में,
यह बढ़ाता बड़ा आकर्षण
जनमानस में दिखती,
खूब यहां शान है।
नर हो या नारी,
सब की जरूरत है पेड़
उन्नत विचारों को,
उद्गार संग प्रेम भाव
व्यक्त करता है पेड़।
पेड़ अभिलाषा है,
जीवन की परिभाषा है
सम्पूर्णता से संग-संग,
रहने की अभिलाषा है
पेड़ जीवन है,
जड़ता उन्मूलन है
सृजन का सम्मान है,
उन्नति-प्रगति की शान है
नवजीवन चेतन संग,
अभिभूत मन को
आह्लादित करने वाला,
उत्तम अभिमान है।
पेड़ सुरक्षा है,
जन-जन की रक्षा है
औद्योगिक संस्कृति के,
वृहद संसार में
नवोन्मेष सुरक्षा है।
जल है तो जीवन है,
घर-घर में
यह लाता नवजीवन है,
हरियाली का सुन्दर
खूबसूरत सौन्दर्य पूर्ण,
नूतन-सा दिखता
यहां सौंदर्य और सम्पूर्णता का,
अनुपम-सा उपवन है।
पेड़ है जहान है,
सुख-समृद्धि की जरूरत व
जीवन्त पहचान है।
विकास यात्रा में,
सम्पूर्ण पथ पर बढ़ते रहने का
नवीनतम परिधान है॥
परिचय-पटना(बिहार) में निवासरत डॉ.अशोक कुमार शर्मा कविता,लेख,लघुकथा व बाल कहानी लिखते हैं। आप डॉ.अशोक के नाम से रचना कर्म में सक्रिय हैं। शिक्षा एम.काम.,एम.ए.(राजनीति शास्त्र,अर्थशास्त्र, हिंदी,इतिहास,लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास) सहित एलएलबी,एलएलएम,सीएआईआईबी, एमबीए व पीएच-डी.(रांची) है। अपर आयुक्त (प्रशासन)पद से सेवानिवृत्त डॉ. शर्मा द्वारा लिखित अनेक लघुकथा और कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं,जिसमें-क्षितिज,गुलदस्ता, रजनीगंधा (लघुकथा संग्रह) आदि है। अमलतास,शेफालीका,गुलमोहर, चंद्रमलिका,नीलकमल एवं अपराजिता (लघुकथा संग्रह) आदि प्रकाशन में है। ऐसे ही ५ बाल कहानी (पक्षियों की एकता की शक्ति,चिंटू लोमड़ी की चालाकी एवं रियान कौवा की झूठी चाल आदि) प्रकाशित हो चुकी है। आपने सम्मान के रूप में अंतराष्ट्रीय हिंदी साहित्य मंच द्वारा काव्य क्षेत्र में तीसरा,लेखन क्षेत्र में प्रथम,पांचवां,आठवां स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के अखबारों में आपकी रचनाएं प्रकाशित हुई हैं।