ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’
अलवर(राजस्थान)
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रक्तदान महादान है,
ये पुण्य काम कर लीजिए
मरते हुए इंसान को आप,
जीवन दान दे दीजिए।
मन में तुम्हें संतोष होगा,
खुशियां बहा दीजिए,
किसी के घर के आँगन का,
चिराग जला दीजिए।
जीवन के इस महाकुंभ में,
आप रक्तदान कर दीजिए
देकर आप अपना योगदान,
ये महान कार्य कर दीजिए।
कतरा-कतरा अनमोल है,
जीवन गरीब का बचा लीजिए
नहीं है इसका कोई मोल,
खुशियों से घर महका दीजिए।
रक्तदान से मिले सम्मान,
बुझता दीपक जला दीजिए।
इसी से बनेगी आपकी पहचान,
घर-आँगन महका दीजिए॥
परिचय- ताराचंद वर्मा का निवास अलवर (राजस्थान) में है। साहित्यिक क्षेत्र में ‘डाबला’ उपनाम से प्रसिद्ध श्री वर्मा पेशे से शिक्षक हैं। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में कहानी,कविताएं एवं आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। आप सतत लेखन में सक्रिय हैं।