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घर-आँगन गुलज़ार

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’
अलवर(राजस्थान)
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माता के नौ रंग (नवरात्रि विशेष)….

सारी सृष्टि की जन्मदात्री माँ दुर्गा का,
अवतार हुआ है
मेरे हृदय के आँगन में खुशियों का,
श्रृंगार हुआ है।

जय भवानी के नारों से गूंज उठा,
माता का दरबार
भक्त सभी मगन हुए हैं घर उनका,
आबाद हुआ है।

सारी सृष्टि में भजन-कीर्तन का,
गूंज रहा संगीत
दिव्य ज्योति से सबका घर-आँगन,
गुलज़ार हुआ है।

कष्ट से मुक्ति देती है तू ही सबकी,
सृजनहार
सारी दुनिया में माता तेरी महिमा का,
गुणगान हुआ है।

तू ही शक्ति तू ही भक्ति तेरी लीला,
अपरम्पार।
नौ-नौ रुप धरे हैं तुमने सबका आज,
दीदार हुआ है॥

परिचय- ताराचंद वर्मा का निवास अलवर (राजस्थान) में है। साहित्यिक क्षेत्र में ‘डाबला’ उपनाम से प्रसिद्ध श्री वर्मा पेशे से शिक्षक हैं। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में कहानी,कविताएं एवं आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। आप सतत लेखन में सक्रिय हैं।

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