जबरा राम कंडारा
जालौर (राजस्थान)
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मेरी सेना के योद्धा (केंद्र- जनरल बिपिन रावत)
असमय में जाना हुआ,बुरा यही संदेश।
लहर शोक फैली चहुं,शोक संतप्त देश॥
रहे सदैव खड़े अड़े,लड़े देश हित जंग।
अरि की गली दाल नही,रह गय फीका रंग॥
योद्धा वही अजेय था,नाम विपिन था वीर।
प्रहरी सुरक्षा का खरा,फौलादी प्राचीर॥
विदा विपिन रावत हुए,सैनिक वीर महान।
भई उदासी देश में,हुआ बड़ा नुकसान॥
करके स्ट्राइक सर्जिकल,रोशन कर गय नाम।
रावत विपिन शहीद को,सौ-सौ बार प्रणाम॥
लाल धरा का सो गया,कमी अखरती आज।
इस सपूत पर देश को,सदा रहेगा नाज॥
पति-पत्नी असमय हुए,हुए काल के ग्रास।
समय पहले विदा हुए,यही जगत को त्रास॥