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पुस्तक ‘भजकटया के फूल’ लोकार्पित

वाराणसी(उप्र)।

स्याही प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘भटकटया के फूल’ का लोकार्पण शनिवार को खोजवा स्थित ख्यात पुरानी पुस्तकालय में हुआ। पुस्तक वाराणसी के गीत विधा के मशहूर गीतकार सूर्य प्रकाश मिश्र ने लिखी है।
प्रकाशक व संपादक छतिश द्विवेदी ‘कुंठित’ ने बताया कि,पुस्तक ग्राम्य बिंब को समेटे हुए एक अनोखी किताब है,जिसमें गाँव व गरीबी के अनेक विषय व बिंब समेटे व सहेजे गए हैं। कार्यक्रम में अध्यक्ष पंडित हरिराम द्विवेदी,मुख्य अतिथि डॉ. जितेंद्रनाथ मिश्र और विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत प्रशासनिक अधिकारी ओम धीरज,पुस्तकालय अध्यक्ष कंचन सिंह परिहार एवं वरिष्ठ पत्रकार राजीव ओझा तथा काशी हिन्दू विवि के पूर्व विभागाध्यक्ष हृदय रंजन शर्मा मौजूद रहे।
लोकार्पण के बाद लेखकीय वक्तव्य में कवि श्री मिश्र ने अपनी ३ रचनाएं पढ़ी,जिसमें ‘हमने कुछ गीत लिखे हैं दिल से,जब भी हो मन उदास पढ़ लेना’ व ‘कविता तुम पत्थर मत बनना,चुप रहकर ईश्वर मत बनना’ काफी सराही गई। अपने आतिथ्य वक्तव्य में डॉ. मिश्र ने कहा कि,पुस्तक के लेखक जैसे हैं वैसा ही लिखे हैं,और जैसा लिखे हैं वैसे ही हैं। लेखक और उसकी लेखनी में कोई भेद नहीं है। कार्यक्रम में अनेक शायर,कवि व गीतकार मौजूद रहे। धन्यवाद छतिश द्विवेदी ने आभार किया।

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