इन्दौर(मप्र)।
भारत के पास क्या नहीं है, जिस पर विश्व गर्व न कर सके, फ़्रांस तो उस सोलर घड़ी पर ही गर्व कर रहा है जबकि हमने गणना के सिद्धांत के आख्याता वाकणकर जी के गणना सिद्धांत बताए हैं। कई तरह की समस्याओं से घिरी दुनिया आज भारत को आशा भरी नज़र से देख रही है। भारत के पास इन सारी समस्याओं का हल है।
यह बात साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश के निदेशक डॉ. विकास दवे ने इंदौर प्रेस क्लब में कही। फ़्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव में भारत का प्रतिनिधित्व कर लौटे डॉ. दवे क्लब में आयोजित ‘फ़्रांस में भारत’ कार्यक्रम में बोल रहे थे।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम मुख्य वक्ता एवं निदेशक डॉ. दवे का स्वागत क्लब उपाध्यक्ष प्रदीप जोशी ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकारजन भी उपस्थित रहे। आभार साहित्यकार मुकेश तिवारी ने व्यक्त किया।