कुल पृष्ठ दर्शन : 286

You are currently viewing हिंदी मेरी पहचान,अस्मिता

हिंदी मेरी पहचान,अस्मिता

नमिता घोष
बिलासपुर (छत्तीसगढ़)
****************************************

भारत की आत्मा ‘हिंदी’ व हमारी दिनचर्या….

हर एक देश की पहचान उस देश की भाषा और संस्कृति से ही होती है। किसी भी देश की एकता और स्थायित्व में उस देश की राष्ट्रभाषा की अहम व महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
कवि ने कहा है -‘निज भाषा उन्नति अहै,सब उन्नति को मूल,बिन निज भाषा ज्ञान के,मिटन न हिय के सूल…।’ अतः मातृभाषा अर्थात बिन हिंदी के व्यर्थ है दुनिया का सब ज्ञान। भारत माँ की बोली इसका आभूषण इसका अस्तित्व हिंदी है,चलो करें इसका सम्मान। हिंदी हमारी जीवन शैली है,यह हमारी अस्मिता का द्योतक है। यह हमारी मौलिक संस्कृति की पहचान है। यह वह अलौकिक शक्ति है जो मानवता को एक श्रृंखला में भी पिरोती है। हिंदी वैज्ञानिक सम्मत भाषा भी है,अतः यह सबसे आसान भाषा होने के कारण भारत में सर्वाधिक बोले जाने वाली भाषा के रूप में ग्रहण योग्य है। हिंदी न केवल एक भाषा, अपितु हिंदी द्वारा भारत के लोग काफी अच्छी तरह से भावनात्मक रूप से जुड़ जाते हैं।
हिंदी भारत की संवैधानिक राज्य भाषा है। १४ सितंबर १९४९ को आधिकारिक रूप से इसे राजभाषा का दर्जा दिया गया। किसी भी देश की भाषा उसका गौरव होता है। हिंदी भाषा को लिखने के लिए देवनागरी लिपि का प्रयोग किया गया। इस भाषा से हम हमारी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं। भाषा ऐसी हो जो लोगों को मन से जोड़े रखे, उनमें एकता का संचार करे,जो विभिन्नता में एकता का संदेश दे एवं उसे एक ही माला में पिरो कर रखे। भारत माँ के भाल की बिंदी हिंदी है। यह एक सार्वभौमिक सत्य है कि हिंदी एक बहुत ही समृद्ध दूसरी भाषा है। हिंदी हमारी शान है,ताकत है,हमारी सृजनात्मकता की प्रथम सोपान है।
हिंदी भाषा हमारी अस्मिता है। चलिए,इस पर गर्व करें। इसे अपनाएं,इसका विकास करें,इसका सम्मान करें।

परिचय-नमिता घोष की शैक्षणिक योग्यता एम.ए.(अर्थशास्त्र),विशारद (संस्कृत)व बी.एड. है। २५ अगस्त को संसार में आई श्रीमती घोष की उपलब्धि सुदीर्घ समय से शिक्षकीय कार्य(शिक्षा विभाग)के साथ सामाजिक दायित्वों एवं लेखन कार्य में अपने को नियोजित करना है। इनकी कविताएं-लेख सतत प्रकाशित होते रहते हैं। बंगला,हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा में भी प्रकाशित काव्य संकलन (आकाश मेरा लक्ष्य घर मेरा सत्य)काफी प्रशंसित रहे हैं। इसके लिए आपको विशेष सम्मान से सम्मानित किया गया,जबकि उल्लेखनीय सम्मान अकादमी अवार्ड (पश्चिम बंगाल),छत्तीसगढ़ बंगला अकादमी, मध्यप्रदेश बंगला अकादमी एवं अखिल भारतीय नाट्य उतसव में श्रेष्ठ अभिनय के लिए है। काव्य लेखन पर अनेक बार श्रेष्ठ सम्मान मिला है। कई सामाजिक साहित्यिक एवं संस्था के महत्वपूर्ण पद पर कार्यरत नमिता घोष ‘राष्ट्र प्रेरणा अवार्ड- २०२०’ से भी विभूषित हुई हैं।

Leave a Reply