ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’
अलवर(राजस्थान)
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विघ्नहर्ता गजानंद विशेष….
हे रिद्धि-सिद्धि के दाता,
दीन दुखियों के भाग्य विधाता
विनती करता हूँ बारम्बार,
प्रभु कर दो बेड़ा पार।
श्रृद्धा बन दिल में आ जाओ,
विश्वास का दीप जलाओ
तुममें ज्ञान का सागर है अपार,
प्रभु कर दो बेड़ा पार।
सबसे पहले हम पूजा करते,
सारी दुनिया का तुम विघ्न हरते
तेरी लीला अपरम्पार,
प्रभु कर दो बेड़ा पार।
मूषक की तुम सवारी करते,
खुशियों से सबकी झोली भरते
गौरा करती खूब दीदार,
प्रभु कर दो बेड़ा पार।
लड्डू आपको बहुत हैं भाते,
बड़े चाव से खूब है खाते।
सारी दुनिया के सिरजनहार,
प्रभु कर दो बेड़ा पार॥
परिचय- ताराचंद वर्मा का निवास अलवर (राजस्थान) में है। साहित्यिक क्षेत्र में ‘डाबला’ उपनाम से प्रसिद्ध श्री वर्मा पेशे से शिक्षक हैं। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में कहानी,कविताएं एवं आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। आप सतत लेखन में सक्रिय हैं।