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यादगार बन गई कवि गोष्ठी

जबलपुर (मप्र)।

सशक्त हस्ताक्षर की २९वीं काव्य गोष्ठी कला वीथिका में सानंद हुई। ‘भारत की महान नारियाँ’ विषय परइस गोष्ठी में संस्थापक गणेश श्रीवास्तव ने शब्द सुमनाें से सभी अतिथियों व साहित्य मनीषियों का हृदय से अभिनंदन किया।
इसमें मुख्य अतिथि अर्चना मलैया रहीं। अध्यक्षता मथुरा जैन ‘उत्साही’ ने की तो विशिष्ट अतिथि कवि संगम त्रिपाठी, सारस्वत अतिथि राजेश पाठक प्रवीण व सिद्धेश्वरी सराफ शीलू की गरिमामय उपस्थिति रही। इस अवसर पर सशक्त हस्ताक्षर द्वारा अर्चना मलैया एवं मथुरा जैन का साहित्य, समाज, संस्कृति के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु एवं कवि संगम त्रिपाठी का हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु उनके अभियान के लिए सम्मानित किया गया। अर्चना मलैया ने प्राचीन समय से लेकर आज तक समाज, धर्म, संस्कृति के उत्थान में भारत की महान नारियों के नाम सहित योगदान पर प्रकाश डाला। रानी अवंतिबाई लोधी, महारानी लक्ष्मी बाई आदि अनेक महान नारियों का अतुलनीय योगदान बताया। मथुरा जैन ने नारी के चौबीस रूप बताए और कहा कि हर नारी पूजनीय है।
सरस्वती वंदना कवयित्री तरूणा खरे ने की। नवोदित कवयित्री अंजली शर्मा व विवेक कुमार चौकसे की उत्तम प्रस्तुति से गोष्ठी शुभारम्भ हुआ। प्रतीक्षा सेठी, जी.एल. जैन, बालमुकुंद लखेरा, अखिलेश खरे और आशा मालवीय ने खूब तालियाँ बटोरी। सभी की प्रस्तुतियाँ सरस एवं उत्तम रहीं।
संचालन गणेश श्रीवास्तव ने किया। आभार अखिलेश खरे ने माना।