प्रयागराज (उप्र)।
विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान (प्रयागराज) ने साहित्यकारों, पत्रकारों, समाजसेवियों व कलाकारों को सम्मानित करने हेतु इस वर्ष भी प्रस्ताव मांगे हैं। इनके लिए १५ नवंबर तक आवेदन भेज सकते हैं।
संस्थान के सचिव (९८१०७ १५८७६, ९८८९२०९८८४) के अनुसार प्रस्ताव ई-मेल (hindiseva15@gmail.com) पर भेजने होंगे। समग्र साहित्य के लिए संस्थान की सबसे बड़ी उपाधियाँ क्रमशः साहित्य रत्न (डी. लिट.), साहित्य गौरव (डॉक्टरेट/पीएच.-डी.) व साहित्यश्री इनके लिए कम से कम १०० पृष्ठों की किसी १ विषय पर लिखी गई पाण्डुलिपि (२०२१ के बाद की) पर दिया जाएगा।
इसके अलावा विभिन्न सम्मानों में
विशिष्ट हिन्दी सेवी, हिंदी सेवी सम्मान (हिन्दी की विशेष सेवा के लिए), राष्ट्रभाषा सम्मान (हिन्दीत्तर भाषी राज्यों के हिन्दी प्रेमियों के लिए), राजभाषा सम्मान (सरकारी, अर्द्धसरकारी विभागों, उपक्रमों में कार्यरत राजभाषा अधिकारियों द्वारा हिन्दी के विकास के लिए), शिक्षकश्री (शिक्षा के क्षेत्र में योगदान), विधिश्री (विधि के क्षेत्र में हिन्दी सेवा के लिए), डॉ. होमी जहांगीर भाभा सम्मान (विज्ञान के क्षेत्र में योगदान के लिए), पत्रकार रत्न (पत्रकारिता-संपादन के क्षेत्र में २० वर्ष का अनुभव), समाज शिरोमणि (समाज सेवा में २० वर्ष का अनुभव) व काव्य शिरोमणि (काव्य की किसी भी एक विधा पर १ पुस्तक, पाण्डुलिपि-प्रकाशन) हेतु आवेदन करना है। इसी तरह साहित्य शिरोमणि (समग्र साहित्य लेखन, १ पुस्तक) हेतु भी विवरण भेजना अनिवार्य है।