दिल्ली।
श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों के भाव बाल कहानी में सम्महित कर पुरस्कार के लिए प्रविष्टि आमंत्रित की गई हैं। संक्षिप्त परिचय सहित यह कहानी २० जनवरी तक यूनिकोड अथवा कृतिदेव फॉण्ट में भेजनी है।
बाल संस्कार-संस्कृति समिति (दिल्ली) से दी गई जानकारी के अनुसार चयनितों को प्रमाण-पत्र व स्मृति चिन्ह दिए जाएंगे। चयनित रचनाओं को पुस्तक रूप में प्रकाशित कर रचनाकारों को निःशुल्क प्रति भेजी जाएगी।
अपनी कहानी ई-मेल (1munish goyal@gmail.com) पर भेजनी है। समिति ने आग्रह किया है कि देश की भावी पीढ़ी को गीता के श्रेष्ठ ज्ञान से जोड़ने में अपना योगदान सुनिश्चित कर पुण्य के भागी बनें।