गांधी-विचार को कुचलने की कुचेष्टा दुनिया के लिए गंभीर चुनौती

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** लंदन के प्रसिद्ध टैविस्टॉक स्क्वायर में महात्मा गांधी की ५७ साल पुरानी कांस्य की प्रतिमा पर हुआ हमला केवल एक मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने की घटना भर नहीं है, बल्कि यह गांधी के अस्तित्व, विचार और भारत की आत्मा पर आघात है। गांधी प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ करते हुए काले रंग से … Read more

हिंदी भारतीय जनमानस के संवाद की भाषा

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हिन्दी पखवाड़ा… वाराणसी (उप्र)। हिंदी केवल एक भाषा ही नहीं, बल्कि यह हमारे राष्ट्रीय अस्मिता एवं सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। सरकारी कार्यों में हिंदी का प्रयोग सरलता, पारदर्शिता एवं जनसंपर्क की दृष्टि से अत्यंत आवश्यक है। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से आह्वान है कि हिंदी को दैनिक जीवन में भी अपनाएँ।कर्नल विनोद कुमार ने … Read more

स्वच्छता का सत्याग्रह

ममता साहूकांकेर (छत्तीसगढ़)************************************* गांधी जी का था एक सपना,स्वच्छ भारत, स्वच्छ देश हो अपना। आओ मिलकर इस सपने कोपूरा हम करें,उत्साह, उमंग और नया जोश,मन में हम भरें। स्वच्छता को अपनाएं,गंदगी को दूर भगाएं। देश का ऊँचा नाम करें,स्वच्छ भारत का निर्माण करें। कूड़ा डालें कूड़ेदान में,रखें स्वच्छता हमेशा ध्यान में। आओ एक कदम बढ़ाएं,स्वच्छता … Read more

जीवन ‘ऑल्ट टैब’

ऋचा गिरिदिल्ली *************************** दशहरा विशेष… आज दशहरा है,बहुधा ने अपने-अपने रावण कोछुपा रखा हैअपनी अलमारियों में,ये आकर्षक अप्रकृतफूल वाले वासों में भी छिपे पड़े होंगेदेखना,कुछ ने तो तिजोरियों में रखा होगाइसे संभाल कर…। आज छुट्टी का दिन है,तो रावण भी नहीं निकलेगाउन अलमारियों से,आकर्षक अप्रकृत फूल वाले वासों सेऔर तिजोरियों से…। चलो इसी बहाने सभी … Read more

अधिक भाषा का ज्ञान अपनी भाषा को भूलना नहीं होता

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संगोष्ठी… दिल्ली। भाषा फैलती है और फैलना उसका स्वभाव है। एक से अधिक भाषा का ज्ञान होना अपनी भाषा को भूलना नहीं होता, बल्कि वह दूसरी संस्कृति, सभ्यता और साहित्य से जुड़ने का माध्यम है। नए शब्द जुड़ने से भाषा अवश्य समृद्ध होती है, लेकिन हिंदी या किसी भी भाषा के प्रचलित शब्दों की जगह … Read more

संदेश यही-सत्य सदा विजयी

दीप्ति खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************************* दशहरा विशेष… असत्य पे सत्य की जीत हुई,नव चेतना की प्रीत हुईरावण का अभिमान जला,मर्यादा का सम्मान खिला। राम का धैर्य, सीता की शुचिता,लक्ष्मण की निष्ठा, हनुमत की भक्तिहर युग देता संदेश यही,सत्य रहे सदा विजयी। दशहरे की यह पावन घड़ी,हर मन में दीप जलाएद्वेष तिमिर हो दूर सभी,प्रेम-सुगंध फैलाए। आओ मिलकर … Read more

हर किसी का जीवन जगमगाए

संजय एम. वासनिकमुम्बई (महाराष्ट्र)************************************* दशहरा विशेष… आज के पावन दिवस परहृदय से यह प्रार्थना निकलती है,दशहरे के त्यौहार मेंहर किसी का जीवन जगमगाए,भले-बुरे युद्ध का जयघोषआज भी आसमान में गूंजता है,सद्गुणों का दीप तब भी जलता था,आज भी तेज फैलाता है। अहंकार का अंत हो,सत्य, सद्धर्म, सदाचार कीफिर से जय हो, विजय होसोने के पत्तों … Read more

बनाओ रीति-रिवाज़ नए

बबिता कुमावतसीकर (राजस्थान)***************************************** दशहरा विशेष… राम के गुणों से युक्त,अब रह गए दो-चार हैंरावण के गुणों से युक्त,अब लाखों यहाँ दशानन है। भाई से भी धोखा करते,बैर, विरोध व अत्याचार हैमन का रावण मिटता नहीं,कागज का रावण जलाते हैं। नारी से जो भी करते अनाचार,वो जिन्दा रावण घूम रहे हैंछल व भ्रष्टता का आतंक मच … Read more

राम और रावण की सीख

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)***************************************** दशहरा विशेष…. रावण था बलशाली, पर घमंड ने किया सत्यानाश,झूठ-अन्याय के पथ पर, टिकता नहीं कभी विश्वास। विद्वान बड़ा था दशानन, शास्त्रों का भी ज्ञानी,पर अभिमान ने फेर दिया था बुद्धि पर पानी। दस सिर थे, बल था अथाह, फिर भी वो हार गया,क्योंकि छल-अन्याय से अब तक न कोई पार … Read more

बस करो जलाना पुतले को…

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* दशहरा विशेष…. अपराध बोध माना हियतल,दुष्काम काम घायल था मैंअभिशप्त अहं आज्ञापालक,गोलोक द्वार राजित था मैं। सनक सनन्दक महर्षि कोप,त्रिजन्म असुर था मैं शापितआसुरी गुणी भूले सद्गुण,बस चतुर्युगी जलता हूँ मैं। मैं महातपस्वी शौर्यवीर,त्रिलोक जेता दुर्जयी था मैंबस सत्ता पद अहंकार अनल,अत्याचार निर्दयी था मैं। पुरुषार्थ सबल साधक ईश्वर,दशानन … Read more