अपमान…कुछ शेष नहीं

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* कुछ शेष नहीं बचा है मन में, मैं भूल गई हूँ सब कुछ,फिर से क्यों याद दिलाते हो, जब भूल चुकी सब कुछ। हृदय में प्यार का परिंदा था, जो उड़कर चला गया,मैं नादान बावरी, के दिल साथ लेकर चला गया। प्यारा परिंदा, बांध के गया मुझको प्यार की जंजीर से,क्यों … Read more

सवाल बाकी है

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* एक आना उबाल ब़ाक़ी है।उससे करना सवाल बाकी है। बद ज़बां बात कह चुका अपनी,सिर्फ़ होना बवाल बाकी है। है तजुर्बा बहुत बड़ा लेकिन,सर पे उसके न बाल बाकी है। ज़िन्दगी का चले तो है पहिया,उस पे कोई न हाल बाकी है। ध्यान दे सुन ‘हमीद’ की बातें,कुछ अभी … Read more

रोका जाए बच्चों के प्रति बढ़ती संवेदनहीनता को

ललित गर्गदिल्ली************************************** बच्चों के प्रति समाज को जितना संवेदनशील होना चाहिए, उतना नहीं हो पाया है। कैसा विरोधाभास है कि, समाज, सरकार और राजनीतिज्ञ बच्चों को देश का भविष्य मानते नहीं थकते। फिर भी उनकी बाल-सुलभ संवेदनाओं को कुचला जाना लगातार जारी है। बच्चों के प्रति संवेदनहीनता को सिर्फ जघन्य अपराधों में ही नहीं देखा … Read more

जहर कभी अमृत नहीं बन सकता

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** शराब से केंद्र और राज्य सरकारों को राजस्व-आय होने से शराब पर पाबन्दी नहीं लगा सकती है। इसके कई फायदे सरकार को हैं-राजस्व, अस्पताल, चिकित्सक, दवाई झगड़ा, हत्याएं, पुलिस, वकील, कर्मचारी आदि को शायद काम मिलता है। पेट्रोल, रेलवे, बस को भी फायदा होता है। सरकार को शराब देश हित में जरुरी भी … Read more

सूर्यदेव-वंदना

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* मकर संक्रांति विशेष… दिव्य दिवाकर,नाथ प्रभाकर, देव आपको, नमन करूँ।धूप-ताप तुम,नित्य जाप तुम, करुणाकर हे!, तुम्हें वरूँ॥नियमित फेरे,पालक मेरे,उजियारा दो, पीर हरो।दर्द लड़ रहा,पाप अड़ रहा,नेह करो हे!, शक्ति भरो॥ सबको वरते,जगमग करते,हे ! स्वामी तुम, सकल धरा।मन है गाया,जीवन पाया,नवल ताज़गी, लोक वरा॥तुम भाते हो,मुस्काते हो,जीव सभी ही, प्राण वरें।धूप … Read more

करें पुण्य काज

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* मकर संक्रांति विशेष…. बेला है सुहानी आजकरें सभी पुण्य काज।मकर संक्रांति पर्वखुशी से मनाइए॥ रवि हैं उत्तरायणभजो सभी नारायण।रेवड़ी गजक खाएंशीत से बचाइए॥ प्रेमयुक्त डोर हाथपतंग उड़ाएं साथ।दीनों की मदद करखुशी बिखराइए॥ माघ का महीना आयागुड़ की मिठास लाया।खाओ खूब पचे सबस्वास्थ्य बनाइए॥ परिचय-पेशे से अर्द्ध सरकारी महाविद्यालय में प्राचार्य (बांदीकुई,दौसा) … Read more

‘अटल’ जिंदगी:स्पर्धा में डॉ. रामकुमार झा ‘निकुंज’ ने पाया पहला स्थान

दूसरे विजेता हमीद कानपुरी ‘अब्दुल हमीद इदरीसी’ और तीसरे बने संजय वर्मा ‘दृष्टि’ इंदौर (मप्र)। हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा निरन्तर स्पर्धा कराने के क्रम में ६० वीं स्पर्धा ‘अटल’ जिंदगी विषय पर कराई गई। ‘भारत रत्न’ अटल जी पर आधारित इस स्पर्धा में पद्य वर्ग में डॉ. रामकुमार झा ‘निकुंज’ ने पहला स्थान पाया … Read more

बादलों में प्रिय चाँद छिपा

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक)************************************************* बादलों में प्रिय चाँद छिपा है,मस्ती उसमें आन पड़ी हैदेख प्रिया रजनी अति भोली,नवप्रीता अब चन्द्रकला है। खुशनुमा सुनहली शाम है,द्युतिष्मान अब अस्ताचल हैचाँद चित्त ने की दिल्लगी,ख़ुद बादल की ओट छिपा है। शर्मीला बनता चंदा लखि,हॅंसी निशा नव चन्द्रप्रभा हैपूनम की अधिरात सुहानी,नवयौवन निशिकान्त कला है। इठलाती मचकाती आभा,प्रियतम … Read more

हिंदी भाषा सागर के समान

इंदौर (मप्र)। हिंदी भाषा सागर के समान है। इसमें शब्दों के अनंत मोती समाए हुए हैं। ‘विश्व हिंदी दिवस’ के अवसर पर श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति में आयोजन किया गया, जिसमें हिंदी भाषा, साहित्य में देवनागरी लिपि, भारत में हिंदी, भारत के बाहर विदेशों में हिंदी की स्थिति एवं हिंदी के बढ़ते चरणों के … Read more

श्रोताओं ने देर रात तक लिया गीत-ग़ज़ल का आनंद

इंदौर (मप्र)। कवि जितेंद्र राज के संयोजन और इंदौर के जाने-माने कवि-गीतकार चकोर चतुर्वेदी की अध्यक्षता तथा संतोष त्रिपाठी की उपस्थिति में विराट कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। इसमें देर रात तक श्रोताओं ने कविता, गीतों और ग़ज़लों का आनंद लिया।सम्मेलन में कवि विनोद ‘विनम्र’ सहित सुनील सिपाही, डॉ. विमल कुमार, अनुज प्रशांत तिवारी, डॉ. आतिश … Read more