‘मित्रता विशेष’ साहित्यिक महोत्सव कराया

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पटना (बिहार)। पुनीत अनुपम साहित्यिक समूह द्वारा मित्रता के महत्व को दर्शाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन ‘मित्रता विशेष’ साहित्यिक महोत्सव का आयोजन किया गया। इस महोत्सव में देश के अलग-अलग राज्यों के रचनाकारों ने भाग लिया।सभी ने मित्रता के महत्व तथा विशेषता पर आधारित अपनी बेहतरीन रचनाओं को प्रस्तुत कर महोत्सव की शोभा … Read more

भक्त राम हनुमान

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* सजा थाल कर्पूर की, करूँ आरती ईश।आंजनेय हनुमान की, केशरि नंद कपीश॥ रोम-रोम तनु राममय, भक्त राम हनुमान।भोर भयो सुमिरन करूँ, मंगलमय सब काम॥ रोग शोक परिताप सब, मिटे सकल संसार।आंजनेय प्रभु चित्त धर, महिमा अपरम्पार॥ पवनपुत्र कपि महाबली, एकादश अवतार।चिरंजीव आराध्य कलि, करुणाकर सुखसार॥ महावीर बजरंगबलि, हरो जगत … Read more

महात्मा गांधी की नकल करता तो कहीं बेहतर होता

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* कांग्रेस दल के सर्वेसर्वा राहुल गांधी की ‘भारत-जोड़ो यात्रा’ का समापन हो गया है। केरल से कश्मीर तक की यह यात्रा शंकराचार्य के अलावा भारत में अब तक राहुल के सिवाय शायद किसी और ने कभी नहीं की। यह यात्रा इस अर्थ में ऐतिहासिक है, लेकिन भारत कहां से टूट रहा है, … Read more

साहित्यकार डॉ. चौरसिया को पुस्तक भेंट

उज्जैन (मप्र)। महांकाल की नगरी उज्जैन से पूरे देश में प्रसिद्ध हिंदी के वरिष्ठ कवि-साहित्यकार डॉ. शिव चौरसिया से कवि सुरेन्द्र सिंह राजपूत ‘हमसफ़र’ (देवास, मप्र) ने मुलाकात की। उन्हें देवास के विश्व कीर्तिमान धारक और राष्ट्रपति, राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार राजकुमार चन्दन की नवीन पुस्तक ‘मैं समय हूँ’ भेंट की। इस सार्थक साहित्य चर्चा … Read more

कोई जब जाता है

अरुण वि.देशपांडेपुणे(महाराष्ट्र)************************************** कोई अपना अचानक,हमेशा के लिए छोड़दूर-दूर चला जाता है,दर्द तो हो ही जाता है। मन को असहनीय पीड़ाहोती हैक्षण शोक-मग्न सारे,मन सुन्न-सा हो जाता है। वियोग का दु:ख भारी,मन बोझ से भरा जाता है।कोई जाता है तब,दु:ख तो होता ही है…॥ परिचय-हिंदी लेखन से जुड़े अरुण वि.देशपांडे मराठी लेखक,कवि,बाल साहित्यकार व समीक्षक के … Read more

उपन्यास केवल मनोरंजन के लिए नहीं, समाज को दिशा देने वाला हो

लोकार्पण… इंदौर (मप्र) | मनोभाव की अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम है उपन्यास। मनोरंजन को ध्यान में रखकर उपन्यास को नहीं लिखा जाता है, बल्कि यह समाज को एक दिशा भी देता है।यह विचार साहित्य अकादमी मप्र के निदेशक डॉ. विकास दवे ने डॉ. कला जोशी के उपन्यास ‘नदी थी वह’ के लोकार्पण समारोह को … Read more

गाँधी-सा होना नहीं आसान

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* कुदरत ने जब भेज दी, बासन्ती सौगात।पागल मन करने लगा, बहकी महकी बात॥ गाँधी-सा होना नहीं, कभी रहा आसान।जन-जन इसको जानता, सबको इसका ज्ञान। जब आती संकट घड़ी, होता जब भी वार।साथ खड़ा होता फ़क़त, अपना ही परिवार॥ परिश्रम नित करते रहो, है बिल्कुल आसान।श्रम के करने से सदा, … Read more

वरिष्ठ साहित्यकारों की उपस्थिति में हुआ शरद काव्य उत्सव

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पटना (बिहार)। ‘चौथा इतवार-साहित्य समागम’ कार्यक्रम अध्यक्ष भगवती प्रसाद द्विवेदी की मौजूदगी में शरद काव्य उत्सव के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम में डॉ. नीलू अग्रवाल, साहित्य संपादक सिद्धेश्वर, इंदु उपाध्याय व स्निग्धा सुधीर की भी उपस्थिति रही।इसमें कवियों का कुछ ऐसा उत्साह देखने को मिला कि शरद ऋतु से संदर्भित पाठ तो हुआ ही, … Read more

अकादमी के नव निर्वाचित अध्यक्ष का सम्मान किया

मुम्बई (महाराष्ट्र)। साहित्य संगम संस्था में २९ जनवरी को महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ.शीतला प्रसाद दुबे का सम्मान किया गया। मुम्बई इकाई की अध्यक्ष डॉ. रोशनी किरण ने उन्हें बधाई दी। इस अवसर पर काव्य पाठ भी हुआ, जिसमें डॉ. रोशनी किरण ने भी प्रस्तुति दी।

माँ नर्मदा पुण्यों का उपहार

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* नित प्रवाहिनी नर्मदे, तेरा ताप अपार।देती है तू जीव को, पुण्यों का उपहार॥ रेवा मैया तू सदा, करती है उपकार।बनकर के वरदान तू, कर देती भव पार॥ दर्शन तेरे उच्चतम, नीर सुधा का रूप।शिवतनया हे! नर्मदे, तू नित खिलती धूप॥ रेवा माता मेकला, पापहारिणी ख़ूब।नाश करे दुष्कर्म का, बन पूजा की … Read more