ऋचा वर्मा को मिला ‘सेवक स्मृति साहित्य सम्मान-२०२२’

पटना (बिहार)। वाराणसी की संस्था 'साहित्यिक संघ' के वार्षिक अधिवेशन के तहत देशभर के प्रत्येक राज्य से चुने हुए रचनाकारों को सम्मानित किया गया। इसमें पटना (बिहार) की लेखिका ऋचा…

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मैं अग्नि हूँ

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* जलता मैं चिराग हूँ,दहकता अलाव हूँहर पल धधकता रहा,वो जलती आग हूँ। सदियों से जली हूँ,ना बुझी बस जलती हूँलहकती मचलती,रौशनी मेहताब हूँ। जलती हर…

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शिक्षण में मातृभाषा की बहुत बड़ी भूमिका

व्याख्यान... हैदराबाद (तेलंगाना)। बालक के शिक्षण में मातृभाषा की बहुत बड़ी भूमिका है। इसी मनोविज्ञान के आधार पर सरकार ने नई शिक्षा नीति-२०२० बनाई है, जिसका उद्देश्य सभी को शत-प्रतिशत…

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कोई बात नहीं

अरुण वि.देशपांडेपुणे(महाराष्ट्र)************************************** हवा का रूख देख कर,लोग बदलते हैंकोई बात नहीं,हम भी बदलें, जरुरी नहीं…। चमकता सितारा बनाना,ख्वाईश बुरी नहींहै तैयारी तो ठीक है,दिल ना माने तो मत करोकोई बात…

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विवाह

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* नर-नारी यह चाहते, क़िस्मत जाए जाग।सात वचन के संग में, खेले नित अनुराग॥ अग्निदेव को पूजकर, माँग रहे वरदान,खुशियों से पूरित रहे, दोनों के अरमान।रहे हर्ष,गतिशीलता,…

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स्नेह बसाए उजड़ी दुनिया

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** आओ आओ प्यारे मेरे, स्नेह का पाठ पढ़ाते हैं,हो जाय अगर सच्चा स्नेह तो, मूर्छित भी मुस्काते हैं। सच्चा स्नेह ना मांगे कुछ भी, स्नेही खुद बतलाते…

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१८ दिसम्बर को काव्य संध्या

मुम्बई (महाराष्ट्र)। अखिल भारतीय साहित्य परिषद (मेरठ, ग़ाज़ियाबाद) के अध्यक्ष बी. एल. बत्रा के मार्गदर्शन में १८ दिसम्बर २०२२ को काव्य संध्या आयोजित की जा रही है। इसमें फिल्म गीतकार…

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दिल को पत्थर बना लिया…

तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ***************************************** देखते हैं कब तक,आजमाएगा ज़माना हमें ?हमने भी ना टूटने की,कसम खायी है।दिल था मोम मेरा,मैंने पत्थर बना लियाकिसी ने दी आशीष तो,किसी ने बददुआ।ये सोचकर,मैं कभी…

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अंतर्राष्ट्रीय साहित्य महोत्सव में हुआ लोकार्पण और पुस्तक वाचन

जमशेदपुर (झारखंड)। भारत में स्टील शहर के रूप में प्रसिद्ध जमशेदपुर में अंतर्राष्ट्रीय साहित्य महोत्सव (जीवन के लिए साहित्य) तुलसी भवन में हुआ। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के बाद पुस्तक…

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अडिग रहो कर्म पर

जय श्री कृष्ण (भाग-२)... बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** अडिग रहो निज कर्म पर, देंगे फल प्रभु चार।एक आस विश्वास ही, करे स्वप्न साकार॥ पावन ब्रज की वो धरा, जहाँ…

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