कैसे बीता साल
जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)********************************* कैसे बीता साल पुराना मत पूछो,बैठे-बैठे खाल खुजाना मत पूछो। माह जनवरी बीता उसके स्वागत में,और फरवरी का घट रीता दावत मेंदेख कोरोना मार्च महीना घबराया,कर्फ्यू…
जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)********************************* कैसे बीता साल पुराना मत पूछो,बैठे-बैठे खाल खुजाना मत पूछो। माह जनवरी बीता उसके स्वागत में,और फरवरी का घट रीता दावत मेंदेख कोरोना मार्च महीना घबराया,कर्फ्यू…
डॉ.सरला सिंह`स्निग्धा`दिल्ली*********************************************** तेरे जाने से सभी हैं खुश हो रहे,सुन जाने वाले दो हजार बीस। बहुत रूलाया तूने हम सबको,तुम तो निकले पूरे चार सौ बीसl आना नहीं कोई नया…
रोशनी दीक्षितबिलासपुर(छत्तीसगढ़)************************************************ नव वर्ष नये साल का कैसे मनाऊँ जश्न,क्या यही हमारी रीत है ? मन में उठता है प्रश्न।सोचिए,विचारिए,करिए तनिक चिंतन… देख नयन में नीर भरे हैं,ये किस राह…
सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश)************************************************** ये सब जो हो रहा है क्या वतन से ये मुहब्बत है।यहाँ देहक़ान पर ये हो रही कैसी सियासत है। वज़ूद अपना किया मिट्टी…
मुम्बई (महाराष्ट्र)। सौम्य,शालीन और हिंदी के प्रति समर्पित निष्ठावान् विदुषी एवं केन्द्रीय हिंदी संस्थान की पूर्व हिंदी प्राध्यापक प्रो.वशिनी शर्मा का हृदय गति रुक जाने से शनिवार को आगरा में…
अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************************* लौट कर फिर जवानी नहीं आती,प्यार की फिर कहानी नहीं आती। भूल बैठा था सब कुछ तेरे प्यार में,वो गुज़री हुई जिंदगानी नहीं आती। कौन कहता है…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************** करो सुबह की सैर नित,दूर रहेंगे रोग।जीवन हो खुशहाल तब,दीर्घ आयु का योग॥ सुबह मिले ताज़ी हवा,जो सचमुच वरदान।हर्ष मिले,आनंद भी,साँसें पायें मान॥ रक्तचाप का…
गोपाल चन्द्र मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* सुन रहा हूँ पदध्वनि आपकी-नवीन स्वर्णिम प्रभात में,अब दूर होगा अतीत का क्षोभआशा के सतेज प्रकाश से। कर रहा हूँ प्रार्थना तहे दिल से-उतजीवित हो विश्व…
डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ************************************************** कितने ही कड़वे अनुभव देकर साल २०२० बीत गया…इसके शुरुआती कुछ महीनों को छोड़ दें तो लगभग पूरा साल ही भय,असमंजस और आशंकाओं से…
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* तुमसे मानव तन पाकर माँ माँग रहे हैं यह वरदान,देश-धर्म-संस्कृति की खातिर हो जाएँ हँस-हँस बलिदान। माँ इतनी कृपा कर दे,बस इतनी दया कर दे,इंसान का…