इस बार मैं भी
संजय गुप्ता ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************************** इन्हें दे दूँ आकार में भी,गगन में उड़ करूँ इज़हार मैं भी। कई सपने दफन मेरे कभी से,वही तो अब करूँ साकार मैं भी। किसी की…
संजय गुप्ता ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************************** इन्हें दे दूँ आकार में भी,गगन में उड़ करूँ इज़हार मैं भी। कई सपने दफन मेरे कभी से,वही तो अब करूँ साकार मैं भी। किसी की…
गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************************** पपड़ी जमी़ जो जख्म़ पे वो नोंच रहा हूँ।तन्हा हूँ आज फिर से तुम्हें सोच रहा हूँl कैसे ख़याल हैं कि सिसकने लगे भीतर,खुद को ही…
डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ जितने दूर हुए तुम तन से,उतने मन के पास हुए।ज्यों-ज्यों दूर हुए तुम मुझसे,त्यों-त्यों धड़कन साँस हुएll जब थे पास-पास दोनों हम,नहीं विरह का भान हुआ।सुख…
हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** धूप भी छाँव भी दे जमीं को गगन,हर अंधेरा मिटाती गगन की किरण।जो रहे जल जमीं पर वो देती जमीं,साथ अपने उड़ाकर ले जाती…
राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ***************************************************** विदाई विशेष...... होंगे दूर कल से सभी को है विदाई,आज प्रत्यक्ष यह दुखद घड़ी है आईबधाई हो तुम्हें तुम्हारी यह विदाई,रहे याद सदा दिलों की…
डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’ नागपुर(महाराष्ट्र) *************************************************** स्वर्ग से सुंदर है,ये जीवन,हँसी भी,खुशी से मिलती बेइंतिहाकभी रंजो गम से,भरी ये दास्ताँ,अपनों का साथ भी,जैसे धूप-छाँवदुश्मनी नहीं फक़त,दोस्ती की दास्ताँ॥स्वर्ग से सुंदर…
मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)************************************************* तुम्हारे बगैर कुछ भी,मन नहीं लगता हैतन उदास-उदास रहता,कुछ भी अच्छानहीं लगता है।दिल बेचैन है,मासूम-सा चेहरानिराश,निराश रहता है।तुम्हारी याद हर पल,बहुत आती हैतड़पता है दिल रोता है,बगैर तुम्हारे…
आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** अशुभ कभी बोलें नहीं,हो जाता आह्वान। अंतर हृदय पवित्र हो,यह ही सच्चा ज्ञान॥ स्वयं आप में झाकिएँ,कैसा है व्यवहार। धर्म कर्म की राह पर,किया कभी उद्धार।…
एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* विश्वास झलके हमारे हर किरदार में,कुछ कर गुजरने का यकीन हो चाल-ढाल में।जान लो हमारे शरीर का हर अंग बोलता है-इनकी मौन भाषा बोले हमारे हर सरोकार…
हिन्दीभाषा.कॉम मंच के रचनाकार साथी मनोरमा जोशी 'मनु'जी का १९ दिसंबर को शुभ जन्मदिन है..इस पटल के माध्यम से आप उनको शुभकामनाएं दे सकते हैं…..