श्रम का कोहिनूर हूँ
ममता साहूकांकेर (छत्तीसगढ़)********************************************* श्रम आराधना विशेष... मजदूर हूँ, मजदूर हूँ,घर से अपने दूर हूँ। देश का नूर हूँ,श्रम का कोहिनूर हूँ। सूखी रोटी खाता हूँ,भारी वजन उठाता हूँ। किसी मौसम…
ममता साहूकांकेर (छत्तीसगढ़)********************************************* श्रम आराधना विशेष... मजदूर हूँ, मजदूर हूँ,घर से अपने दूर हूँ। देश का नूर हूँ,श्रम का कोहिनूर हूँ। सूखी रोटी खाता हूँ,भारी वजन उठाता हूँ। किसी मौसम…
डॉ. कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’,लखनऊ (उत्तरप्रदेश )************************************************* श्रम आराधना विशेष... मज़दूर दिवस की है शुभकामना,श्रमिकों का होता यह दिन आजमेहनत मज़दूरी करें जो जीवन भर,रहें वह भरपेट भोजन के…
नीता श्रीवास्तव 'श्रद्धा'भोपाल (मध्यप्रदेश)****************************************** श्रम आराधना विशेष.... कड़कती धूप में झुलसता है शरीर,धूल और पसीना जैसे उसकी पहचानहाथों में छाले हैं, पैरों में, बिवाई की दरारें,होंठ उतना ही मुस्कुराते हैं,…
पवनेश मिश्राछतरपुर (मध्यप्रदेश)************************************** श्रम आराधना... श्रम की गाथा गाते श्रमिक, जीवन की धुरी सँवारें,रुधिर-सी बहती करघों पर, साधना की ज्योति उभारें। सृजन-पथ के रथी अमर ये, जग को गति दे…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* प्रभु चित्रगुप्त जयंती विशेष... कलम-देवता है नमन्, विनती बारम्बार।हर लेना अँधियार सब, देना नित उजियार॥ न्याय देवता तुम भले, पाप-पुण्य का लेख।प्राणी की तुम खेंचते, बिल्कुल…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* पुकारता मेरा वतन, जागो भारत वीर।पहलगाँव अरिघात का, बदला लो रणधीर॥ मिटा पाक नक्शा धरा, नाश करो आतंक।महाकाल बन घात कर, बने शत्रु फिर…
सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** आतंक, विनाश, ज़िन्दगी (पहलगाम हमला विशेष)... नंदनवन मन-डोल रिझाने,कल्प-द्रुम वादियाँ ताकनेसुशोभित चमन लुत्फ उठाने,चले, अनजान मन बहलाने। तक्षण, धुआँ, बौछारें धावा,जन निष्ठुर, निंदनीय धावासहज, पल…
देवेंद्र कुमार सोनी 'देव'दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़)********************************* श्रम आराधना विशेष... बंद करो, बहुत सेंक ली रोटियाँ,हमारे परिश्रम के तवे परमेहनती हाथों कीजलाकर लकड़ियाँ,चूस लिया आंतों का रसज्यों चूसती शिकार,जंगली मकड़ियाँ। चढ़कर मेरे…
श्रीनिवास एन.आंध्रप्रदेश**************************************** श्रम आराधना विशेष... श्रमिक लगातार कार्य करता है,वर्षा-धूप को नहीं गिनता हैपरिश्रम से थकता नहीं है,पसीने को बहाने वाला हैश्रमिक एक श्रमजीवी है। कार्य में आलस नहीं करता…
सम्पति चौरे 'स्वाति'खैरागढ़ (छत्तीसगढ़)**************************************** श्रम आराधना विशेष.... मैं मजदूर हूँ बस मेरी,तो यही एक कहानी हैहर हाल में खुश रहता,यह मेरी जिंदगानी हैंकिसी ने दर्द नहीं जाना,जो फटा कपड़ा पुरानी…