जी लेने दो…
कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* तनिक थोड़ा-सा आराम तो करने दो,दो पल लिए मन को बहला लेने तो दो। कुछ पल लिए ही सही, जी लेने दो,तनिक थोड़ा-सा आराम करने दो।…
कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* तनिक थोड़ा-सा आराम तो करने दो,दो पल लिए मन को बहला लेने तो दो। कुछ पल लिए ही सही, जी लेने दो,तनिक थोड़ा-सा आराम करने दो।…
हिन्दीभाषा.कॉम मंच के रचनाकार साथी संजय वर्मा ‘द्रष्टि’ जी का ०२ मई को शुभ जन्मदिन है..इस पटल के माध्यम से आप उनको शुभकामनाएं दे सकते हैं….
डॉ. अमलपुरे सूर्यकांत विश्वनाथरायगढ़ (महाराष्ट्र)***************************************** श्रम आराधना विशेष... है मजदूर तू है सृजनकार,गगन चुम्बी इमारत खड़ी है आपके श्रम पर। घर सबके बनाते हो आप,झोपड़ी में जिंदगी बिताते हो आप।…
डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’जोधपुर (राजस्थान)************************************** दायरे और बढ़े ये कोई अच्छा तो नहीं,वो सुधर जाएगा ऐसा कोई वायदा तो नहीं। शहर में शौर है सड़कों पे हैं इंसान बहुत,होने वाला…
संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर (मध्यप्रदेश)******************************** आतंक, विनाश और ज़िंदगी… (पहलगाम हमला विशेष)... धर्मनिरपेक्षता का ढिंढोरा अब क्यों पीटे ?जब हम शांति पूर्ण, मैत्रीयता का पालन करते आ रहे।ऐसा पाकिस्तान में कहाँ…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* जान मुझे हूँ कामगार मजदूर समझ ले मुझको,कर्मवीर मैं श्रमिकवीर हूँ, स्वाभिमान समझ ले मुझको। शिथिल गात्र और ढंसा गर्त नैनाश्रु समझ ले मुझको,है…
डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* आतंक, विनाश और ज़िंदगी (पहलगाम हमला विशेष)... क्यों चीखे गूँजी घाटी में सिंह नाद करना होगा,निर्दोषों का क्यूँ खून बहा, शंखनाद करना होगातेरी गीदड वाली…
सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* हमारे सपनों का घरौंदा जो मेहनत से बनाते हैं,बड़ी-बड़ी इमारतों को धरती पर साकार करते हैंकागज़ पर अदभुत-सा नक्शा तो आप बनाते हो,पथरीली जमीन पर उसे…
पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ आतंक, विनाश और ज़िंदगी (पहलगाम हमला विशेष)... पहलगाम आतंकी हमला कई प्रश्न खड़े करता है... आतंक का नया प्रयोग, सैलानी जो भूल चुके थे, कि काश्मीर आतंक…
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ आतंक, विनाश और ज़िंदगी (पहलगाम हमला विशेष)... विकसित भारत का डंका जब पूरे विश्व में बज रहा है, यह कन्याकुमारी से कश्मीर तक है, तो…