शक्ति का अवतार नारी
कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** नारी: मर्यादा, बलिदान व हौसले की मूरत… जब अत्याचार के बोझ तले,धरती माँ आहें भरती हैं।जब नन्हीं-नन्हीं सी कलियाँ,काँटों की पीड़ा सहती हैं॥ जब पापी का इस धरती से,नाम मिटाना होता है।तब नारी को दुर्गा बन,धरती पे आना होता है…॥ युगों-युगों से नारी शक्ति,पीड़ा सहती आई है।सुंदर-सी बगिया में जाने,क्यों कलियाँ … Read more