मत कर अब तू टालम-टोल
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** झूठ-मूठ का रूठ-रूठ कर,आँखें बनाता गोल-गोल।गाल हाथ से थाम दोनोंअपना बस्ता अथर्व खोल…॥ घर-बाहर खेल रहे बच्चे,उसको भी करना है खेल।गृह कार्य से जान बचाता,एसे तो होएगा…