लोकतंत्र-वंदना

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* लोकतंत्र के मूल्य का, हम करते सम्मान।तत्पर रह पूरा करें, हर जन के अरमान॥ भारतीय जनतंत्र की, सकल विश्व में शान।जन-गण-मन का हो रहा, हर पल नित गुणगान॥ जब से पाया देश ने,चोखा, प्रखर विधान।सम्प्रभु बनकर कर रहे, हम निज का यशगान॥ अंग्रेज़ों पर वार कर,हम हो गए स्वतंत्र।संविधान का पा … Read more

प्रभु पर कर विश्वास

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जय श्री कृष्ण (भाग-२)… कृष्ण नाम सुमिरन करो, देते शुभ फल चार।इनके पुण्य प्रताप से, कर्म करें संसार॥ कर्म योग के ज्ञान से, जन-जन का उद्धार।तन मन से श्री कृष्ण को, जो करते स्वीकार॥ लाभ-हानि को छोड़ कर, प्रभु पे कर विश्वास।जो जन करते कर्म को, पूरी होती आस॥ भक्ति … Read more

ध्यान रहे निज कर्म पर

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जय श्री कृष्ण (भाग-२)… ध्यान रहे निज कर्म पर, फल में ना आसक्ति।चिंता छोड़ो ईश पर, यही कृष्ण की भक्ति॥ कृष्ण सदा कहते यही, रहो अडिग निज कर्म।मानव जीवन श्रेष्ठ है, करो आचरण धर्म॥ माखन मिस्री हाथ में, लिए कृष्ण भगवान।शोभा अति न्यारी लगे, खाते कृपा निधान॥ कालिंदी के घाट … Read more

बरसे हरदम हरि कृपा

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जय श्री कृष्ण (भाग-२)… बरसे हरदम हरि कृपा, मन में अति आनंद।खो जाऊँ हरि प्रेम में, छोड़ जगत के फंद॥ तन में हरि का वास हो, मन में हो श्री श्याम।सद् कर्मों की राह में, रहे उसी का नाम॥ गोकुल, मथुरा, द्वारिका, हो वृन्दावन धाम।कृष्ण चरण रज हैं पड़े, माटी … Read more

नैतिकता के पथ चलो

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* नैतिकता के पथ चलो, तभी बनेगी बात।जीवन तब होगा मधुर, पाये तू सौगात॥ नैतिकता के संग हैं, दया,मनुजता,नेह।मन को पावनता मिले, पुलकित होती देह॥ नैतिकता को जो वरें, बनते वे बलवान।सदा आत्मिक वेग सँग, वे बनते इंसान॥ नैतिकता से ज़िन्दगी, होती बहुत महान।धर्म-कर्म शोभित रहें, मिले सदा उत्थान॥ नैतिकता का गूँजता, … Read more

रिश्ते-नाते साधन लोभ

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ********************************************************************** कौन किसे पहचानता, है किससे अनजान।कारज जिससे जब सधे, अपनापन मेहमान॥ वक्त तकाजा समझ बस, बने वक्त अनजान।हाव भाव लखि अपर जन, चले वक्त पहचान॥ मानवता कहॉं मोल अब, कहॅं नैतिकता मान।घिरा लोभ चहुँ व्याधि मन, तनिक चढ़े सोपान॥ सबको चिन्ता स्वार्थ फल, भूले रीति समाज।नेता जनता सब यहाँ, … Read more

बतलाऊँ कैसे मन की बात!

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जय श्री कृष्ण (भाग-२)… दही लूट ली श्याम ने, संग सखा सब ग्वाल।मित्र सुदामा दीन भी, दिखे बहुत खुशहाल॥ कान्हा बतलाऊँ तुझे, कैसे मन की बात।चाहत मेरी हो तुम्हीं, याद करूँ दिन रात॥ काले कजरारे नयन, घुँघराले से केश।कम्बल काली हाथ में, कृष्ण साँवरे वेश॥ मनमोहन प्यारे सखा, नाम सुदामा … Read more

देता सब वही

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* देता है सब कुछ वही, दौलत इज्ज़त नाम।हम कहते उसको ख़ुदा,तुम कहते हो राम॥ जीएसटी छापे पड़े, बन्द हुआ बाज़ार।कहते व्यापारी मिले, हो जाय आर-पार॥ कभी व्यर्थ होती नहीं, ईश्वर की करतूत।नहीं मुसीबत से डरो, होना गर मज़बूत॥ डरते क्यूँ हो फिर भला, निश्चित जब है मौत।जब आयेगा वक्त … Read more

अडिग रहो कर्म पर

जय श्री कृष्ण (भाग-२)… बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** अडिग रहो निज कर्म पर, देंगे फल प्रभु चार।एक आस विश्वास ही, करे स्वप्न साकार॥ पावन ब्रज की वो धरा, जहाँ विराजे श्याम।ऐसे भारत देश को, शत्-शत् करूँ प्रणाम॥ खो ना जाऊँ भीड़ में, पकड़े रहना हाथ।कलयुग के जंजाल से, हमें बचाओ नाथ॥ कृष्ण भक्ति आराधना, … Read more

अनुराग

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* प्रेम करें हर जीव से, करें द्वेष का त्याग।सबमें आत्मा एक है, करो न इसके भाग॥ वैर भाव को छोड़कर, करें सभी अनुराग।जीवन चलता प्रेम से, नफरत का हो त्याग॥ नाशवान संसार है, जाना है सब छोड़।दिल में हो अनुराग ही, करें न कोई होड़॥ जीवन के हर क्षेत्र में, नफरत … Read more