हिंदी के संरक्षण और संवर्धन की जिम्मेदारी सबकी

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इंदौर (मप्र) | हिंदी केवल एक भाषा नहीं, अपितु भारतीय जनमानस की आत्मा है। हिंदी विश्व की एकमात्र ऐसी वैज्ञानिक भाषा है, जिसमें जो बोला जाता है, वही लिखा जाता है। हिंदी के संरक्षण और संवर्धन की सामूहिक जिम्मेदारी सबकी है।यह विचार अध्यक्षीय उद्बोधन में देवी अहिल्या विवि के कुलगुरु प्रो. राकेश सिंघई ने व्यक्त … Read more

मिलन संस्था ने किया प्रो. शरद नारायण-नीलम खरे को सम्मानित

मंडला (मप्र)। जबलपुर की ७५ वर्ष पुरानी संस्था मिलन स्थापना की हीरक जयंती मना रही है। इसी कड़ी में इसमें मंडला के समर्पित साहित्यकार दम्पति प्रो. शरद नारायण खरे व श्रीमती नीलम खरे को आमंत्रित कर समर्पित साहित्य सेवा के परिप्रेक्ष्य में स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र व मोती माल के साथ सम्मानित किया गया। इस … Read more

राजभाषा हिन्दी के प्रति प्रेम दर्शाती रचनाएं प्रस्तुत

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गाजियाबाद (उप्र)। अमित्र थिएटर (पटेल नगर, गाजियाबाद) के सभागार में १४ सितंबर की शाम को अखिल भारतीय साहित्य परिषद का मासिक काव्य समारोह ‘हिन्दी दिवस’ को समर्पित रहा। इसमें फिल्म उद्योग से जाने-माने ग़ज़लकार, गीतकार एवं लेखक डॉ. प्रमोद कुमार कुश ‘तन्हा’ ने अध्यक्ष पद के दायित्व का निर्वहन किया।आयोजन के मुख्य अतिथि वरिष्ठ ग़ज़लकार … Read more

कल्पकथा परिवार ने ‘हिन्दी हैं हम’ काव्य गोष्ठी में किया हिन्दी वंदन

सोनीपत (हरियाणा)। कल्पकथा साहित्य संस्था परिवार द्वारा आयोजित ‘हिन्दी दिवस’ विशेष आभासी काव्य गोष्ठी में सभी साहित्यकारों ने हिन्दी भाषा के सम्मान में शाब्दिक हिन्दी वंदन किया। इस २१४वीं साप्ताहिक काव्य संध्या की अध्यक्षता वाराणसी से जुड़े विद्वान अवधेश प्रसाद मिश्र ‘मधुप’ ने की, जबकि मुख्य अतिथि रायपुर से प्रबुद्ध साहित्यकार प्रमोद पटले रहे।परिवार की … Read more

प्रेरणा हिन्दी प्रचारिणी सभा ने कराई अभा कवि गोष्ठी

दिल्ली। प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने १२-१३ सितंबर को करोल बाग (दिल्ली) में ऐतिहासिक अखिल भारतीय कवि गोष्ठी आयोजित की। मुख्य अतिथि राजवीर शर्मा (वरिष्ठ पत्रकार, मुरैना) रहे।इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जबलपुर के कवि-साहित्यकार आचार्य विजय तिवारी ‘किसलय’ ने की। इसमें विजय कुमार कुशवाहा, कवि संगम त्रिपाठी (जबलपुर), प्रदीप मिश्र ‘अजनबी’, मेघा अग्रवाल व ‘किसलय’ … Read more

हिंदी को कमतर मानना मानसिक रुग्णता

‘हिन्दी दिवस’…. मंडला (मप्र)। हिंदी का अभी तक राष्ट्र भाषा न बन पाना अत्यंत खेद का विषय है। हिंदी एक समृद्ध भाषा है, इसे किसी विदेशी भाषा से कमतर मानना मानसिक रुग्णता और विडंबना का विषय है। हिंदी में भी चिकित्सा व तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था है। हिंदी का प्रयोग व सम्मान अत्यंत आवश्यक है। … Read more

‘उन्मेष’ अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव २५ से, जुटेंगे ५५० साहित्यकार

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दिल्ली। साहित्य अकादमी दिल्ली प्रसन्नतापूर्वक घोषणा करती है कि संस्कृति मंत्रालय एवं साहित्य अकादमी ‘उन्मेष’ अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव के तृतीय संस्करण का आयोजन बिहार सरकार के सहयोग से २५ सितम्बर शुरू होगा। पटना में २८ सितम्बर तक इस आयोजन में ९० से अधिक सत्रों में १०० से अधिक भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले ५५० विद्वान … Read more

स्पर्धा में ३० नवम्बर तक भेजिए २ लघुकथा

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दिल्ली। कथादेश अखिल भारतीय हिन्दी लघुकथा प्रतियोगिता-१८ के लिए १ व्यक्ति द्वारा अधिकतम २ लघुकथा भेजी जा सकती हैं। लघुकथा भेजने की अंतिम तारीख ३० नवम्बर है।कथादेश से मिली जानकारी (७७०१९३८५२५) अनुसार इसमें प्रथम पुरस्कार ५ हजार ₹, द्वितीय ३ हजार ₹, तृतीय २ हजार ₹ एवं ७ अन्य पुरस्कार १ हजार ₹ (प्रत्येक) दिए … Read more

देवतुल्य ये पितर हमारे

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** श्राद्ध, श्रद्धा और हम (पितृ पक्ष विशेष)… अश्विन मास का पितृ-पक्षदेता है हम सबको ज्ञान,पितर हमारे धरा पर आतेआदर दे कर लो सम्मान। शुभ पावन तिथि जब आएतिल, चावल से कर लो तर्पणभूल-चूक जो हुई कभी होदान-पुण्य दे कर दो अर्पण। श्राद्ध सुगंधि सुवासित धरतीआशीषों की वृष्टि अपार,पितर हमारे देव-तुल्य सबचले गए … Read more

सभी भाषाओं में लिखे साहित्य को सहेजना हमारी ज़िम्मेदारी

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लोकार्पण… भोपाल (मप्र)। उर्दू और हिंदी दोनों बहनें हैं। दोनों का विकास साथ साथ हुआ है। उर्दू के सारे रंगों को सहेजने का काम हमने भोपाल के १० शायरों की इन १० किताबों में किया है। प्रेम, मोहब्बत, तरक्की पसंद, व्यंग्य सभी रंगों को उर्दू ग़ज़लों के जरिए किताबों के रूप में दस्तावेजीकरण किया गया … Read more