ईर्ष्यालु मित्र

धर्मेंद्र शर्मा उपाध्यायसिरमौर (हिमाचल प्रदेश)******************************************** विक्रम एक सदाचारी, नैतिक, संस्कारी व नौजवान लड़का है। अपने आत्मसम्मान के लिए सदा लड़ता रहता है, परंतु किसी भी व्यक्ति को अपने व्यवहार से आहत नहीं करता है। आज फिर विक्रम को अपने कार्य क्षेत्र कार्यालय में बड़ी उपलब्धि हासिल हुई थी। वह काफी उत्साहित है। धीरे-धीरे प्रसिद्धि और … Read more

अहिंसाग्राम

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** “दादी, आज कौन-सी कहानी या किस्सा सुना रही हो ?” पोते ने कहा।” आपके पास तो सूचनाओं का भण्डार होता है।”“हाँ, आज तुझे सुना रही हूँ एक बड़ी अच्छी खबर। एक है अहिंसाग्राम।”दादी की बात पूरी भी नहीं हुई थी, कि पोते ने बीच में टोका- “अहिंसा नाम तो सुना था। कोई … Read more

अभिशाप को वरदान बनाया

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** ” दादी! आप बता रही थीं ना कि एक व्यक्ति ने जेल में रहकर एमबीए समेत ३१ डिग्रियाँ लीं और अब कंपनी में डायरेक्टर हैं। उन्होंने एक किताब लिखी, जिसका बड़ा विचित्र-सा नाम है। वो कौन-सी पुस्तक है और वो व्यक्ति कौन है ?” रोहित ने दादी से पूछा।दादी- “रोहित बेटा! उस … Read more

संवेदना

पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ आरवी और गर्व दोनों में दोस्ती थी। उन दोनों के बीच क्लास में प्रथम पोजीशन के लिए हमेशा कॉम्पीटिशन रहता था। इधर, कुछ दिनों से गर्व को बार-बार बुखार आ जाता था। वह कमजोर भी होता जा रहा था। जब उसके पापा ने उसको दिल्ली ले जाकर सब टेस्ट कराए तो मालूम … Read more

एक दिन की बात

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** श्रेया ऐसी ही थी, थोड़ी ही देर में सबको अपना मित्र बना लेती।जब भी कक्षा में कोई ऐसा चेहरा आता, जिससे सब दोस्ती करना चाहते तो बस श्रेया को आगे कर देते और थोड़ी ही देर में वह उसे मित्र बनाने में सफल हो जाती।बड़ी मिलनसार और साफ दिल थी वह, कोई … Read more

वृद्धाश्रम… ५० करोड़…

पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ ट्रि.ट्रि.ट्रि…“अरे, सुयश आज इतने दिनों बाद मेरी याद कैसे आ गई ?’सौम्या कैसी हो तुम ?’’“मैं तो ठीक हूँ, सीधे-सीधे काम की बात करो।‘’“एक प्लान है, उसके लिए मुझे तुम्हारी मदद की जरूरत है।‘’“साफ-साफ बोलो, भूमिका न बनाओ।‘’“मेरे पास एक बिल्डर आया था। वह अपनी कोठी और बगीचे को तोड़ कर उस … Read more

आत्महत्या

सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* “रेणु, तुम अंशुल से कह दो, इस दिवाली पर न आए… फिर दस-बारह हजार लग जाएंगे चार दिन के, अभी वैसे भी बहुत खर्च हो गया है… हॉस्टल और कॉलेज की सालभर की फीस जमा दी है। मैंने कहा तो उसका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है।”अभिजीत ने भुनभुनाते हुए … Read more

निर्णय

पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ शिवि मल्टीनेशनल कम्पनी में काम करती थी। वह अपने बॉस रुद्र को पहली नजर में ही पसंद करने लगी थी। कॉफी के प्यालों के साथ दोनों के बीच में नजदीकियाँ बढ़ती गई। लगभग २ साल तक मिलना-जुलना, घूमना-फिरना ‘आई लव यू’ तक पहुंच गया और किन्हीं कमजोर पलों में दोनों अपना होश … Read more

सूरज चाचा इतने पावरफुल!

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ भोर की इस सुहानी लालिमा में उदित्य हो रहे थे सूरज। माँ, बच्चों को बिस्तर से उठा रही होती है। तभी दादा जी आते हैं, वह कहते हैं, “बहू बबलू व पिंकी अभी तक नहीं उठे। सुबह हो गई है, सूरज सिर पे आ गया है और तो उन्हें स्कूल … Read more

हमारा ज़माना

सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* “देखो नई बहू, छोटे जेठ जी तुम्हारे लिए कितना सारा श्रृंगार का सामान लाएं हैं।” सासू जी ने अपने कमरे से आवाज़ लगाई।मैं और छोटी जेठानी झट से सासू माँ के कमरे में गई।जेठ जी ने सासू जी के सामने ढेर सारा सामान फैला रखा था… चमचमाती चूड़ियाँ, बिंदिया के कई … Read more