शब्दों से रची है ज़िंदगी

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* शब्दों से रची है ज़िंदगी, सोच समझ कर खुद पर ढालो।सुखद शान्ति सद्भाव परस्पर, मुख मीठी मुस्कान सम्भालो॥ फँसों नहीँ तुम शब्द जाल में, शब्द बाण दुख स्वयं बचा लो।शब्दों से यह रची ज़िंदगी, विनय शील सद्कर्म निभा लो॥ पौरुष यश महके सदा यतन, वतन प्रगति मुस्कान सजा लो।खिले … Read more

प्रकृति की चेतावनियों को गंभीरता से लें

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** जलवायु परिवर्तन से उपजी पर्यावरणीय चुनौतियाँ आज मानव सभ्यता के अस्तित्व तक को प्रभावित कर रही हैं। जलवायु परिवर्तन अब कोई दूर का वैज्ञानिक विचार नहीं, बल्कि तत्काल अनुभव किया जाने वाला यथार्थ है, जिसकी भयावहता का प्रमाण सीएसई और डाउन टू अर्थ की क्लाइमेट इंडिया २०२५ की रिपोर्ट में स्पष्ट दिखाई … Read more

रजनी और सितारे

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* टिम-टिम दीप जले हैं गगन में संध्या हुई विदा,अस्ताँचल के वर्ख सिंदूरी अभी- अभी हुए जुदानयनों से ओझल हो गई पहाड़ों की श्रृंखला सदा,पंछियों के झुण्ड और कतारें हो रही है जुदा-जुदा। तारों की झिलमिल रोशनी छूने लगी जमीं क़ो है,कल-कल किरणों की चासनी पीने लगी नमी को हैफ़ैल रहा तमस … Read more

शुभ दिन आया

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** जन्मदिवस का शुभ दिन आयाखिली रात की रानी है,मंद-सुगंध पवन है बहतीआयी शरद सुहानी है। खट्टी-मीठी प्यारी यादेंउर में वीणा के तार बजे,जीवन की इस भाग-दौड़ मेंअनुपम-सा उपहार सजे। लिखी कहानी चार दशक कीदशक आधा और बिता आए,बढ़ते जाते कदम जो आगेअनुभव बहुत जुटा पाए। बीते वर्ष सुहाने क्षण वोहृदय पटल पर … Read more

कौन बनेगा करोड़पति ?

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************** करोड़पति के सेट पर, हो गया आज बवाल,कंप्यूटर स्क्रीन पर, आया गज़ब सवाल। आया गज़ब सवाल जीतकर, फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट,हॉट सीट पर आ गए, नेता जी एक भ्रष्ट। पहला प्रश्न जिताएगा, रुपये पाँच हजार,देश में भ्रस्टाचार का, कौन है जिम्मेदार ? सही जवाब बतलाइए, ऑप्शन ये रहे चार,ए) जनता, बी) मंत्री, … Read more

ज़िंदगी फिर कहाँ मिलती ?

वंदना जैनमुम्बई(महाराष्ट्र)************************************ धूप को बना हमसफर,परछाइयाँ चलती रहती हैं चाँद को टांग कर टहनी पर,हवाएं पंखी झलती हैं झरनों के शोर को भर आँचल में,नदियाँ खामोशी से निकलती है पंछियों के नीड़ में दुबक कर,एक नन्ही-सी ज़िंदगी पलती है। भौरों की गुन-गुन के स्वरों से,मचल कर एक कली खिलती है। भोर से सांझ के सफ़र … Read more

विद्या जीवन रोशनी

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* सब दानों में श्रेष्ठतम, विद्यादान महान।संचय से वह नित घटे, बढ़ता व्यय नित दान॥ मातु पिता भाई समा, मीत प्रीत निर्बाध।विद्या जीवन अरुणिमा, महिमा ज्ञान अगाध॥ आत्मज्ञान वर्धन विनत, नाशक मद अज्ञान।रखें भरोसा स्वयं पर, मिले सफलता मान॥ विद्या अर्जन लालसा, कठिन साधना जान।सकल त्याग सुख भौतिकी, नित अभ्यासी … Read more

जागो

बबीता प्रजापति झाँसी (उत्तरप्रदेश)****************************************** जाग गए हैंसूर्य नारायण,तुम क्यों अब तक सोते हो ?खिल उठे कमल सरोवरसमय सलोना क्यों खोते हो…? कमलों पर यूँबिखर रजत कण,रश्मियों सँगहोते जगमग,चिड़िया चहक उठी पेड़ों परक्या तुम अनोखे हो…। उठा के हल,कृषक चलेमरुभूमि भी उपजाऊ बने।धन्य हो कृषक तुम,धरा में श्रम के मोती बोते हो…॥

आओ कर लें नमन

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* सूर्य का ऊर्जावान प्रकाश,हमेशा हमारे साथ हैचाँद की रुपहली चमक,रात भर उज्ज्वल है। सितारे आसमान पर,झिलमिलाते हैं धीमे-धीमेधरती माँ ने दिया है देखो,अपना ममता भरा आँचल। नीले गगन के नीचे परिंदों की तरह,खुली साँस ले सकते हैं हमनदियाँ दें जीवनदायिनी जल,ऊँचे पर्वत रक्षक हैं सीमा पर। वृक्ष दें हमें ताजी पवन,अनाज, … Read more

लक्ष्मीबाई थीं वीरों की वीर

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* लक्ष्मीबाई नाम था, वीरों की थी वीर।राज्यहरण उसका हुआ, तो चमकी शमशीर॥ ब्रिटिश हुक़ूमत से भिड़ी, रक्षित करने राज।नमन आज तो कर रहा, देखो सकल समाज॥ शौर्यवान रानी प्रखर, जिसका मनु था नाम।उसके कारण ही बना, झाँसी पावनधाम॥ स्वाभिमान को धारकर, छेड़ दिया संग्राम।झाँसी दे सकती नहीं, हो कुछ भी अंज़ाम॥ … Read more