तेरे बिन जिया न लगे
उर्मिला कुमारी ‘साईप्रीत’कटनी (मध्यप्रदेश )********************************************** तू मेरा आसमां है, तू मेरा है जुनून,तेरे बिना जिया न लगे, कैसा जुनून ? आत्मा का दिल से यह मधुर मिलन,यादें तेरी घुली है जैसे दूध जल मिलन। खामोश निगाहें तुझसे पूछ रही प्रश्न,अब के बिछड़ों का फिर कब है मिलन! रोम-रोम प्यार बसाकर, छोड़ चल दिए,‘आऊंगा जरूर पुनः’ … Read more