महसूस करती है वो
कल्याण सिंह राजपूत ‘केसर’देवास (मध्यप्रदेश)******************************************************* चाँद-सितारों में तो,कभी नीले गगन केबादलों में निहारती है वो मुझेतो परिंदों की तरह,कभी घर की छत परबुलाती है वो मुझे। कभी भीड़ में तो,कभी तन्हाइयों मेंढूंढती हैं वो मुझेकभी खुद की धड़कनों में,महसूस करती है वो मुझे। मदमस्त खुशबू बनकर,मेरे तन-मन कोस्पर्श करती है वो मुझेपल-पल हर पल,मुझे ऐसे … Read more