तुम्हारे लिए गाता हूँ
संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** प्यार दिल से करो, तो इसे महसूस करो। दिल की गहराई में, उतर के तुम देखो। तेरे दिल में मेरे लिए क्या चल रहा..। कसम उस…
संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** प्यार दिल से करो, तो इसे महसूस करो। दिल की गहराई में, उतर के तुम देखो। तेरे दिल में मेरे लिए क्या चल रहा..। कसम उस…
मीरा जैन उज्जैन(मध्यप्रदेश) ********************************************************** जीवन के दोनों पक्षों को ईमानदारी से अपनाइये, और अपने आचरण को उच्च बनाइए। जितना ध्यान अपने शरीर का रखते हो, उतना ही ध्यान आत्मा का…
राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड) ************************************************************************** बेटा हूँ मैं... बेटे की बात बता रहा, मैं भाव लिए खुशी के दु:ख को है छिपा रहा, कहलाता मैं कुलदीपक जल-जल के…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरे मंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** चाहत लेकर चाय की,जगता हूँ मैं भोर। मिल पाये यदि चाय ना,मैं कर देता शोर॥ जीवन की संजीवनी,चाय लगे वरदान। चाय मिले तो ज़िन्दगी,लगती…
सूरज कुमार साहू ‘नील` भोपाल (मध्यप्रदेश) ***************************************************************** उसका गम मैंने सह लिया कल था, वो गैर का दौर नफ़रत का पल था। भरोसा तोड़ा उसने उस बखत मेरा, दिल जब…
रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** ये तिरंगे,ये तिरंगे में लिपटे यही भाव हैं, देश रूह मेरी,तन मेरा गाँव है। फहरे सीमा पे जब भी ये जोश भरे, भेद वर्ग…
गोलू सिंह रोहतास(बिहार) ************************************************************** भाग-२........ हे श्री भरत! आपके भारत को खंडित और दंडित किया गया, परिवार विशेष में सत्ता आई... दुष्टों को महिमा मंडित किया गया। इस आर्यावर्त के…
बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* वेणी- मिलती संगम में सरित,कहें त्रिवेणी धाम! तीन भाग कर गूँथ लें,कुंतल वेणी बाम! कुंतल वेणी बाम,सजाए नारि सयानी! नागिन-सी लहराय,देख मन चले जवानी! कहे लाल…
सुषमा मलिक रोहतक (हरियाणा) ************************************************************************************* मंजिल भी मिलेगी तुझे एक दिन, तू हौंसलों की उड़ान बनाता चल क्योंकि,वक़्त बदलते वक्त नहीं लगता। खिलेगी मुस्कुराहट भी तेरी एक दिन, तू अपनी…
विजय कुमार मणिकपुर(बिहार) ****************************************************************** हमने चिता को जलते देखा है... चाहे राजा हो या फकीर, सबको एक दिन जाना है... कह गए संत कबीर। जितना हो शक्ति भला... उतना कर…